कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने 23 जून को NEET-UG सहित राष्ट्रीय प्रतियोगी परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला किया और आरोप लगाया कि उसने पूरी शिक्षा व्यवस्था को माफिया और भ्रष्ट लोगों के हवाले कर दिया है। केंद्र ने शनिवार को एजेंसी के महानिदेशक सुबोध सिंह को भी हटा दिया और मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट.यूजी में अनियमितताओं की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो सीबीआई को सौंप दी।
गांधी की यह प्रतिक्रिया केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी NTA जो परीक्षा आयोजित करने के लिए जिम्मेदार निकाय है। परीक्षा सुधारों और कामकाज की समीक्षा करने को लेकर आई है। नेट छात्रों के लिए न्याय की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन के बीच यूपी कांग्रेस के नेता हिरासत में लिए गए।
विज्ञापन के द्वारा एक पोस्ट में प्रियंका गांधी ने कहा कि NEET-UG का प्रश्नपत्र लीक हो गया था जबकि NEET-PG, UGC-NET और CSIR-NET परीक्षाएं रद्द कर दी गई थीं। प्रियंका गांधी ने कहा कि भाजपा सरकार एक परीक्षा को अपनी निगरानी में कराने में भी असमर्थ है।आरोप लगाया कि आज भाजपा सरकार युवाओं के भविष्य के लिए सबसे बड़ी बाधा बन गई है। उन्होंने कहा आज के युवा भ्रष्टाचार से लड़ने में अपना समय को बर्बाद करने में लगे हुए है और असहाय मोदी जी सिर्फ मूकदर्शक बने हुए हैं।
स्नातकोत्तर चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित राष्ट्रीय पात्रता.सह.प्रवेश परीक्षा नीट पीजी 23 जून को आयोजित होने वाली थी। लेकिन नीट अंडरग्रेजुएट यूजी सहित कुछ प्रतियोगी परीक्षाओं की सत्यनिष्ठा पर हाल ही में लगे आरोपों के मद्देनजर एहतियाती उपाय के तौर पर इसे स्थगित कर दिया गया। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा यूजीसी नेट एजेंसी द्वारा 24 घंटे के भीतर रद्द करने के काफी लंबे समय के बाद निकलकर सामने आई है। परीक्षा की सत्यनिष्ठा से समझौता किया गया है और कथित अनियमितताओं को लेकर नीट पर भारी विवाद हुआ और यह मुद्दा अब सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष है।