Baba Siddique Murder Case: महाराष्ट्र के एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या 12 अक्टूबर को हुई थी। वे अपने बेटे जीशान सिद्दीकी के ऑफिस से बाहर निकलने के बाद घर लौट रहे थे, तभी उन पर गोलीबारी की गई। गंभीर रूप से घायल होने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
ड्रोन के जरिए भेजे गए हथियार
मामले की जांच कर रही मुंबई क्राइम ब्रांच ने खुलासा किया है कि बाबा सिद्दीकी पर हमला करने के लिए 3 विदेशी पिस्टल और एक देशी पिस्टल का इस्तेमाल किया गया। इन विदेशी पिस्तलों में ऑस्ट्रेलियन ग्लॉक, टर्किश मेड जिगाना, और ऑस्ट्रेलियन मेड ब्रेटा शामिल हैं। ये हथियार पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए भारत में लाए गए थे।
तस्करी का नेटवर्क
क्राइम ब्रांच के सूत्रों के अनुसार, ये पिस्टल भारत के सरहदी इलाके से ड्रोन के जरिए लाए गए थे और बाद में हैंडलर्स के माध्यम से मुंबई पहुंचाए गए। जब इन हथियारों का उपयोग बाबा सिद्दीकी पर हमला करने के लिए किया गया, तो सवाल उठता है कि भारत में बैन होने के बावजूद ये हथियार कैसे उपलब्ध हुए।
पुलिस की जांच और संदिग्ध
पुलिस को संदेह है कि ये हथियार राजस्थान या पंजाब की सीमा से पाकिस्तान से लाए गए थे। जांच में यह भी सामने आया है कि स्थानीय गैंग या संभवतः ISI का हाथ हो सकता है। मुख्य संदिग्ध जीशान और शुभम की गिरफ्तारी बेहद जरूरी है, लेकिन दोनों फरार हैं। पुलिस ने इन पिस्टल्स की तस्वीरें राजस्थान और पंजाब पुलिस को भेजी हैं ताकि संदिग्धों की पहचान की जा सके।
पुलिस इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि यह पता चल सके कि बॉर्डर पार हथियार किसने भेजे और हत्या का वास्तविक मकसद क्या था। इस मामले में अब तक कुल 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, और एक संदिग्ध को लुधियाना से पकड़ा गया है।
बाबा सिद्दीकी की हत्या और इसके पीछे के पाकिस्तान कनेक्शन ने न केवल महाराष्ट्र में सुरक्षा मुद्दों को उजागर किया है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि अवैध हथियारों की तस्करी एक गंभीर समस्या है। पुलिस फिलहाल मामले की गहन जांच कर रही है और संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए प्रयासरत है।