अंसारी की मौत पर पूर्व विधायक कृष्णानंद राय की पत्नी बोली- ‘आज हमारे लिए होली’

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अप्रैल 2023 में, अदालत ने मुख्तार अंसारी को भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के लिए दोषी ठहराया और 10 साल कैद की सजा सुनाई थी। मुख्तार अंसारी द्वारा मारे गए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व विधायक कृष्णानंद राय के परिवार ने कहा कि गैंगस्टर की मौत ‘भगवान का आशीर्वाद’ है।

अलका राय ने कहा कि, मुझे क्या कहना चाहिए? यह ऊपरवाले का आशीर्वाद है, मैं उनसे न्याय की प्रार्थना करती थी। और आज न्याय मिल गया। हमने विधायक की हत्या के बाद कभी होली नहीं मनाई, मुझे लगा कि आज हमारे लिए होली है। कृष्णानंद राय के बेटे पीयूष राय ने कहा, ‘मुझे और मेरी मां को बाबा विश्वनाथ और बाबा गोरखनाथ का आशीर्वाद मिला है।’

क्या था राय और अंसारी का मामला

29 नवंबर 2005 को कृष्णानंद राय सियाड़ी इलाके में एक क्रिकेट टूर्नामेंट का उद्घाटन करने के बाद घर वापस जा रहे थे। दोपहर करीब 1:30 बजे गाजिप के भावरकोल इलाके के उस्सरचाटी इलाके में एक संकरे पुल पर बीजेपी नेता के काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया था। नाम न छापने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया कि एके-47 राइफलों से लैस छह हमलावरों ने दो वाहनों को घेर लिया, जिनमें कृष्णानंद राय और उनके छह सहयोगी यात्रा कर रहे थे और उन पर गोलियों की बौछार कर दी। घटनास्थल से कम से कम 400 गोलियों के खोल बरामद किए गए थे, जिनमें से 21 गोलियां अकेले राय के शरीर में मिलीं।

एफआईआर के अनुसार, अंसारी और उनके भाई अफजल अंसारी, जो मोहम्मदाबाद सीट पर राय से विधानसभा चुनाव हार गए थे, को मुख्य साजिशकर्ता नामित किया गया था। सीबीआई के अनुसार, राय और अंसारी बंधु 2002 में मोहम्मदाबाद विधानसभा चुनाव के बाद से प्रतिद्वंद्वी थे। अफ़ज़ल अंसारी 1982 से अपराजित रहे थे। हत्या में कथित तौर पर अंसारी बंधुओं के करीबी प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी भी शामिल थे। 9 जुलाई, 2018 को बागपत जिला जेल के अंदर एक अन्य गैंगस्टर सुनील राठी ने बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी थी।