Omkareshwar Temple : आज से 15 दिनों के लिए कार्तिक अष्टमी पर ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर- ममलेश्वर भगवान मालवा (Malwa) भ्रमण के लिए जाएंगे। इसके लिए पूरी तैयारी मंदिर ट्रस्ट द्वारा कर ली गई है। बताया जा रहा है कि भगवान ओंकारेश्वर 15 दिन के लिए मालवा भ्रमण पर जाएंगे। इसको लेकर ओंकारेश्वर मंदिर के सहायक कार्यपालन अधिकारी अशोक महाजन ने जानकारी देते हुए कहा है कि साल में एक बार भगवान 15 दिन के लिए भगवान मालवा जाते हैं। महादेव के सफर की तैयारी के लिए सप्तमी को मोटे आटे और गुड़ की पंजरी बनाई जाएगी। अष्टमी को प्रातः काल भगवान को उसका नेवैद्य लगाया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, मंदिर परिसर स्थित मंदिरों में चोले चढ़ा कर श्रंगार किया जाएगा। उसके बाद महादेव मालवा के लिए रवाना होंगे। इसको लेकर पंडित जगदीश परसाई ने आगे बताया है कि 15 दिवस भ्रमण के दौरान शयन आरती में चौसठ पासे नहीं बिछाए जाएंगे। झूला नहीं सजाया जाएगा। महादेव के सूक्ष्म स्वरूप में भोग लगेगा।
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आगे उन्होंने कहा कि शयन आरती के बाद लगने वाली समस्त सामग्री 15 दिन बंद रहेगी। पूर्व में ओंकारेश्वर महादेव पालकी में सवार होकर मालवा घूमने जाते थे। इस दौरान उनके साथ 20 से 25 सेवक की टोली रहती थी। जो गांव-गांव डेरा डालते थे। आज भी उन गांव में कई किसानों व जागीरदारों ने ओंकारेश्वर भगवान के नाम से खेती की जमीन दे रखी है। अब यह परंपरा धीरे-धीरे औपचारिक हो गई है।
कहा जाता है कि भगवान मालवा जाने पर इन 15 दिनों में मंदिर में सेवा पूजा पूर्वत जारी रहेगी। भैरव अष्टमी को भगवान वापस ओंकारेश्वर लौटेंगे। इस मौके पर सभी मंदिरों में चोले चढ़ाने के साथ ही भैरव जी की पूजा-अर्चना के बाद भंडारा होगा।