मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क श्योपुर में लाए गए चीतों में से नर चीता ‘ओबन’ अपने पड़ोसी माधव नेशनल पार्क जिले शिवपुरी में पहुंच गया है। जिसके बाद से कूनो और माधव दोनो के ही पार्क के प्रबंधन अब चीता पर निगरानी बना रहे हैं। वहीं, आपको बता दें कि बीते दिनों माधव नेशनल पार्क में 2 बाघों को छोड़ा गया है।
वन के अधिकारी ने बताया है कि चीता का शिवपुरी के जंगल में आना एक तौर से प्राकृतिक प्रक्रिया ही हैं। यह घटना इसी महीने दूसरी बात हुई है जब 5 साल का चीता ‘ओबन’ पार्क से बाहर निकल गया है।
वहीं, वन विभाग के अधिकारी के अनुसार रविवार से ही ओबन पार्क से बाहर है। इससे पहले भी वो 2 अप्रैल को कूनो नैशनल पार्क से बाहर चला गया था। फिर चार दिन बाद शिवपुरी के बेराड़ से वापस मिला था। वहीं, कूनो के वन मंडल अधिकारी ने बताया है कि मंगलवार को शिवपुरी जिले के माधव राष्ट्रीय उद्यान में ‘ओबन’ की गतिविधि दिखी है।
वहीं आपको बता दें कि इसी साल मार्च में बाघों की आबादी बढ़ाने के लिए माधव राष्ट्रीय उद्यान में एक बाघ और बाघिन को छोड़ा है। बाघ और चीता दोनों के एक ही पार्क में होने से क्या दोनो में संघर्ष हो सकता है, इस पर वन अधिकारी ने बताया की माधव उद्यान में बाघ है पर ऐसी कोई चिंता की बात नही क्योंकि हर जानवर खतरा देखकर ही अपनी रक्षा स्वयं कर सकता हैं।
आपको बता दें कि बीते साल 17 सितंबर को नामीबिया से 8 चीता कूनो नैशनल पार्क में लाए गए थे। इसके बाद 18 फरवरी को साउथ अफ्रीका से 12 चीतों को लाया गया। जिनमें से एक ‘साशा’ मादा चीता की किडनी की समस्या से मौत हो गई थी। वहीं, इसके बाद मादा चीता ‘सियाया’ ने चार शावको को जन्म दिया था।