मध्य प्रदेश में एक बार फिर बादल छा गए हैं और बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में बना कम दबाव का क्षेत्र (Low Pressure Area) आगामी 3 से 4 दिनों तक बारिश की स्थिति को बनाए रखेगा। आज यानी सोमवार, 6 अक्टूबर को रीवा, शहडोल, जबलपुर, भोपाल, इंदौर और उज्जैन संभागों के जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा के आसार हैं। पिछले कुछ दिनों में मानसून ने एक बार फिर अपनी ताकत दिखाई है, और अब धीरे-धीरे इसके विदा होने की प्रक्रिया शुरू होने वाली है।
अगले चार दिनों तक रहेगा बरसाती मिजाज
प्रदेश में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण मौसम का मिजाज फिलहाल बरसाती बना रहेगा। यह सिस्टम उत्तर और पूर्वी इलाकों में सक्रिय है, जिसकी वजह से प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में छिटपुट से लेकर मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है। मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे आने वाले दिनों में मौसम की स्थिति को देखते हुए सतर्क रहें। खेतों में काम कर रहे किसानों को बिजली और आंधी-बारिश के दौरान सावधानी बरतने की जरूरत है।
किन जिलों में बरसेंगे बादल
मौसम विभाग ने जिन जिलों में आज बारिश का अनुमान जताया है, उनमें जबलपुर, सतना, पन्ना, मैहर, दमोह, कटनी, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला और नरसिंहपुर शामिल हैं। यहां हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। इसके अलावा भोपाल, रायसेन, विदिशा, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, सिवनी, बालाघाट, पांढुर्णा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, झाबुआ, इंदौर, देवास, रतलाम, उज्जैन, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना और अशोकनगर जिलों में भी बरसात का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली जिलों में आज भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इन क्षेत्रों में 30 से 50 मिमी तक बारिश हो सकती है, जिससे निम्न इलाकों में जलभराव की स्थिति भी बन सकती है।
मानसून की विदाई की उलटी गिनती शुरू
मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के 12 जिलों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई पहले ही हो चुकी है। अब यह प्रक्रिया अगले कुछ दिनों में पूरी तरह से संपन्न होगी। अनुमान है कि 10 अक्टूबर तक पूरे मध्य प्रदेश से मानसून की विदाई हो जाएगी। दरअसल, राजस्थान में 10 अक्टूबर के आसपास एक प्रतिचक्रवात (Anti-cyclone) बनने की संभावना है, जो हवा की दिशा को बदल देगा और मानसून के बादलों को राज्य से बाहर धकेल देगा। जैसे ही यह सिस्टम सक्रिय होगा, बारिश की गतिविधियां धीरे-धीरे कम होंगी और ठंडी हवाओं का आगमन शुरू हो जाएगा। यानी 10 अक्टूबर के बाद मध्य प्रदेश में हल्की सर्दी की दस्तक महसूस की जा सकेगी।
ठंड का आगाज़ और मौसम में बदलाव
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून के पूरी तरह विदा होते ही मध्य प्रदेश में तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। दिन के तापमान में धीरे-धीरे 2 से 3 डिग्री की कमी आएगी, जबकि रातें ठंडी होने लगेंगी। अक्टूबर के मध्य तक कई शहरों में सुबह-शाम हल्की ठंड महसूस की जा सकती है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन और जबलपुर जैसे शहरों में सुबह और शाम को हल्की ठंडी हवा चलने लगेगी, जबकि रीवा और शहडोल जैसे पूर्वी इलाकों में तापमान में अधिक गिरावट देखने को मिल सकती है। किसानों के लिए यह मौसम फसलों की सिंचाई के लिहाज से फायदेमंद साबित हो सकता है, क्योंकि हल्की बारिश से खेतों में नमी बनी रहेगी।
मौसम विभाग की चेतावनी और सलाह
मौसम विभाग ने लोगों को अगले कुछ दिनों तक सावधानी बरतने की सलाह दी है। बारिश और बिजली गिरने की संभावना वाले इलाकों में खेतों, पेड़ों या बिजली के खंभों के नीचे खड़े न हों। ग्रामीण इलाकों में पानी से भरे नालों या पुलों को पार करने से बचें। जिन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है, वहां प्रशासन को भी तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।