‘घूमर’ को बढ़ावा देने के लिए ‘O Womaniya’ ग्रुप का अनोखा प्रयास, इंदौर में 500 से अधिक महिलाएं एक साथ करेंगी घूमर

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शिवानी राठौर, इंदौर : देशभर में मशहूर राजस्थान का पारंपरिक लोक नृत्य ‘घूमर’ वैसे तो एक प्राचीन राजस्थानी नृत्य है, जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह नृत्य राजस्थान की घूमर क्षेत्र से प्रारंभ हुआ था। घूमर नाम का अर्थ है “घूमक्कड़” या “घूमनेवाला”, जो इस नृत्य की गतिशीलता और गति को दर्शाता है। यह डांस महिलाओं द्वारा प्रस्तुत किया जाता है और यह नृत्य उनकी सुंदरता, ग्रेसिया, और सौंदर्य को प्रकट करता है।

राजस्थान के साथ-साथ इस नृत्य का क्रेज अब धीरे-धीरे अन्य राज्यों में भी बढ़ते हुए देखा जा रहा है, जिसे विशेष अवसरों जैसे विवाहों, त्योहारों और धार्मिक अवसरों पर किया जाता है। इसी को बढ़ावा देने के लिए इंदौर की महिलाओं के द्वारा एक अनोखी पहल की जा रही है, जो पूरी तरह से ‘घूमर’ डांस पर आधारित होगी।

‘O Womaniya’ महिलाओं के ग्रुप का अनोखा प्रयास

घमासान डॉट कॉम से बातचीत के दौरान ‘O Womaniya’ ग्रुप की फॉउंडर्स सोनाली जैन और शंजिता जैन ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य ‘घूमर’ नृत्य को बढ़ावा देना है, जिससे अपनी संस्कृति, अपना धरोहर देश में विकास की ओर बढ़ सके। इस कार्यक्रम लगभग 500 से अधिक महिलाएं एक साथ ‘घूमर’ डांस कर एक नया रिकॉर्ड बनाना चाहती है, जिससे इस पारम्परिक नृत्य को बढ़ावा भी मिलेगा और इस नृत्य के प्रति महिलाओं की रूचि और अधिक बढ़ेगी।

इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्डस में दर्ज हो ‘घूमर’

इन महिलाओं का मकसद ‘घूमर’ नृत्य को एक साथ करके नया रिकॉर्ड बनाते हुए इसे ‘इंडिया बुक ऑफ़ वर्ड रिकॉर्ड’ में दर्ज करवाना है। उनका कहना है कि अधिक से अधिक महिलाएं इस कार्यक्रम में शामिल हो और ‘घूमर’ का आनंद ले। इस कार्यक्रम का आयोजन इंदौर में स्थित दस्तूर गार्डन, फूटी कोठी रोड पर 20 जून, शाम 6 बजे से किया जा रहा है, जिसमें 500 से अधिक महिलाएं शामिल होंगी।