MPPSC: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग इंदौर के सदस्यों के लिए अब तनावपूर्ण स्थिति बन गई है। परीक्षाओं की तारीखों में कम से कम 45 दिन का अंतर हो इसके लिए एक दिन पहले अभ्यार्थियों ने प्रदर्शन किया था। दिसंबर में मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा एक के बाद एक तीन परीक्षाएं लिए जाने का विरोध कर रहे अभ्यर्थियों को कांग्रेस नेताओं का साथ मिल गया है।
युवा नेता विक्रांत भूरिया से लेकर सुप्रीम कोर्ट के वकील विवेक तंखा तक ने अभ्यर्थियों के समर्थन में बयान दिया। विवेक तंखा का कहना है, कि मध्य प्रदेश में छात्र आंदोलित है छात्र पेपर्स और अलग-अलग परीक्षाओं के बीच में समय गैप की मांग कर रहे हैं पीएससी को इसे छात्रों के पॉइंट ऑफ व्यू से परीक्षण करना चाहिए। आखिर परीक्षा भी छात्रों के लिए ही तो है। आपको बता दें, मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के दूसरे सबसे बड़े नेता दिग्विजय सिंह ने इस मामले में विवेक तंखा द्वारा किए गए ट्वीट को रिट्वीट कर उनका समर्थन किया है।
दरअसल, दो दिन पहले अभ्यर्थियों ने पीएसी मुख्यालय पर ज्ञापन भी सौंपा था। उसके बाद उम्मीद थी कि आयोग परीक्षा की तारीखों में बदलाव पर विचार कर सकता है हालांकि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने साफ कर दिया है की परीक्षा की तारीखों में कोई बदलाव संभव नहीं है।
आपको बता दें, परीक्षाओं की तैयारी पूरी हो चुकी है प्रश्न पत्र भी बनकर तैयार हो चुके हैं। आयोग अब परीक्षा आगे नहीं बढ़ा सकता है क्योंकि तैयार प्रश्न पत्र की सुरक्षा और गोपनीयता बनाए रखना भी बड़ा विषय है। पहले ही चुनाव कार्यक्रम के चलते परीक्षाएं आगे बढ़ाई जा चुकी है अब और आगे बड़ी तो कैलेंडर प्रभावित होगा और चयन प्रक्रिया में देर होगी।