भोपाल। मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग (Vishvash Sarang) ने प्रदेश राजधानी भोपाल (Bhopal) का नाम भोजपाल करने की मांग उठाई है। मंत्री सारंग (Vishvash Sarang) ने कहा कि “भोपाल का नाम बदलकर भोजपाल करने की मुहिम मैंने शुरू की थी। नाम बदलने को लेकर मैंने सरकार से अपील की थी। मैं फिर चाहूंगा कि भोपाल का नाम बदलकर भोजपाल किया जाए। भोजपाल नाम करने के लिए मैं खत भी लिखने वाला हूं।”
सारंग ने आगे कहा, “गुलामी के हर प्रतीक को हम बदलेंगे। उन शहरों और गांवों के नाम जो हमें गुलामी की याद दिलाते हैं वह मध्यप्रदेश (Madhya pradesh) में नहीं रहें, इसी संकल्प के साथ होशंगाबाद का नाम बदला गया। नर्मदा मैया पूरे प्रदेश की जीवनदायिनी हैं। नर्मदा किनारे बसे होशंगाबाद को अब नर्मदापुरम कहा जाएगा।” उन्होंने आगे कहा कि, कांग्रेस के नेता कहते हैं कि यह हमारा भगवा एजेंडा है अगर वह इसे भगवा एजेंडा मानते हैं तो भी हमें कोई दिक्कत नहीं। बहुत खुशी की बात है कि बाबई को भी अब माखन नगर कहा जाएगा।
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साथ ही मंत्री सारंग ने कहा कि, यह देश भक्तों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने की हमारी मुहिम है। मैं इसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का धन्यवाद करता हूं। उन्होंने बताया कि टीकमगढ़ जिले का शिवपुरी अब कुंडेश्वर धाम के नाम से जाना जाएगा। बाबा कुंडेश्वर की कृपा और उनके अनुकंपा इस जिले समेत पूरे मध्यप्रदेश में है। बहुत खुशी की बात है कि सरकार ने ये फैसला लिया है। नाम बदलने के बाद अब गुलामी की भावना जो मन में आती थी वो सब अब खत्म हो जाएगी।
ज्ञात हो कि हाल ही में गौंड रानी कमलापति के नाम पर राजधानी भोपाल (Bhopal) के हबीबगंज स्टेशन (Habibgang station) का नामकरण किया गया है। जिसके बाद बीते दिन यानी गुरुवार को होशंग शाह के नाम की याद दिलाने वाले होशंगाबाद शहर का नाम नर्मदापुरम कर दिया गया है। इस क्रम में भाजपा के विधायक रामेश्वर शर्मा ने रायसेन जिले के ओबेदुल्लागंज को रामगंज नाम देने की मांग उठाई है। वहीं, भोपाल के शाहजहांनाबाद, लालघाटी का नाम भी बदलने की मांग की जा चुकी है।