भोपाल स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के संविदा सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर, प्रदीप कुमार जैन की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। लोकायुक्त की टीम ने हाल ही में जैन के बैंक लॉकर से 1 करोड़ 17 लाख रुपए मूल्य के गहने बरामद किए हैं। इसके साथ ही, 53 कैरेट के हीरे और 347 ग्राम चांदी भी मिली है। नेहरू नगर स्थित लॉकर में हुई इस जांच के दौरान लोकायुक्त की टीम ने करीब 3 घंटे तक गहन छानबीन की।
आय से अधिक संपत्ति की जांच:
9 अगस्त को आय से अधिक संपत्ति के मामले में प्रदीप कुमार जैन के ठिकानों पर लोकायुक्त ने छापा मारा था। उस समय के बाद से, लोकायुक्त की टीम ने जैन के खिलाफ 300 गुना अधिक संपत्ति अर्जित करने के सबूत खोजे हैं। जैन नगर निगम भोपाल से रिटायर होने के बाद स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट भोपाल में संविदा पर सुप्रिटेंडेंट इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं।
जांच और छापेमारी की विस्तार:
9 अगस्त 2024 को लोकायुक्त की दो टीमों ने प्रदीप जैन के घर और दफ्तर पर तलाशी ली। भोपाल में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के दफ्तर में भी छापा मारा गया, जहाँ से आय से अधिक संपत्ति की पुष्टि हुई। शिकायत की जांच के दौरान मिली जानकारी के अनुसार, प्रदीप जैन के पास अत्यधिक संपत्ति का विशाल ढेर पाया गया, जो उनकी घोषित आय से कहीं अधिक है।
लोकायुक्त की टीम द्वारा की गई जांच और छापेमारी से प्रदीप कुमार जैन की संपत्तियों के बारे में महत्वपूर्ण खुलासे हुए हैं। इस मामले की गहराई से जांच जारी है और आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।