बीजेपी और कांग्रेस के सियासी खेल को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल, ऐसा कहा जा रहा है कि कांग्रेस के एक और विधायक बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. इससे मालवा निमाड़ में कांग्रेस को बड़ा झटका लग सकता है. आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने ले सकते हैं सदस्यता. फिलहाल कोई काम की पुष्टि नहीं हो पाई है. लेकिन कहा जा रहा है कि बड़वाह से कांग्रेस विधायक सचिन बिड़ला छोड़े सकते है कांग्रेस का हाथ.
डूब मरना चाहिए भाजपा को।
केंद्र में 7 साल से सरकार ,प्रदेश में 18 वर्ष से सरकार , यह स्थिति कि पहले तो मध्यप्रदेश के चारों उपचुनावो में भाजपा को उम्मीदवार तक नहीं मिले ?
सौदेबाजी कर दूसरे दलों से उम्मीदवार आयातित किये।
फिर पूरी सरकारी मशीनरी को झोंक देने ,पूरी सरकार,सभी मंत्रियो ,केंद्रीय मंत्रियों,सांसदों-विधायकों को लगा देने के बाद,हज़ारों झूठी घोषणाओं व रोज़ झूठे नारियल फोड़ने के बाद भी भाजपा को जब सामने साफ़ हार दिखाई दे रही है तो अब चुनाव के 6 दिन पूर्व एक बार फिर सौदेबाजी पर उतर आयी है।
क्या भाजपा को अपने नेताओ और कार्यकर्ताओं पर विश्वास ही नहीं है , उन्हें वो उम्मीदवारी के लायक नही समझती है और ना जिताने के लायक ?
क्या यही प्रदेश में भाजपा का 18 वर्ष का विकास है ? यदि विकास किया होता तो फिर सौदेबाज़ी की आवश्यकता क्यों ?
भाजपा लगातार सौदेबाजी कर प्रदेश के मतदाताओं के मताधिकार का अपमान कर रही है ,लोकतंत्र की हत्या कर रही है।
भाजपा की यह सौदेबाजी उसके ताबूत में अब आखिरी कील साबित होगी।
जनता भाजपा को हराना चाहती है और वो सौदेबाजी से अपनी सरकार बचाना चाहती है लेकिन अब यह सरकार बचने वाली नहीं है।
इन चारों उपचुनावो में भाजपा की करारी हार होगी और जनता सौदेबाजी व प्रदेश की राजनीति को कलंकित करने वाले इस कृत्य का भाजपा से इन चुनावों में हर हाल में बदला लेगी।
भाजपा ने सौदेबाज़ी व बोली से प्रदेश में अपनी सरकार बनायी क्योंकि जनता ने तो उन्हें चुनावों में नकार दिया था , घर बैठा दिया था।
अब प्रदेश में हो रहे इन चार उपचुनावों में भी भाजपा ने जनता का मूड देख लिया है।— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 24, 2021