वैसे तो बेटियों की शिक्षा के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने कई योजनांए लागु की हुई है. जिससे प्रदेश की बेटियां अच्छी शिक्षा ग्रहण कर सके. केंद्र सरकार के अलावा राज्य की सरकारों ने भी इस पर बहुत काम किया है. प्रदेश की बेटियां अच्छी शिक्षा ग्रहण कर सके इसके लिए मप्र सरकार ‘गांव की बेटी योजना’ नाम की एक योजना चलाती है. जिसके तहत राज्य की बेटियों को हायर एजुकेशन हासिल करने के लिए सरकार की तरफ से स्कॉलरशिप दी जाती है.
‘गांव की बेटी योजना’ में कितनी राशि दी जाती है
मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से इस योजना के तहत उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए स्कॉलरशिप दी जाती है.बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली स्कूली छात्राओं को ये राशि दी जाती है. इस योजना के तहत हर महीने 500 रू की राशि हर वर्ष 10 महीने तक दी जाती है. बता दें कि ये राशि हायर एजुकेशन के खर्चे को मैनेज करने के लिए दी जाती है. यानि की एक वर्ष में दो महीनों को छोड़कर बाकी के 10 महीनों में छात्राएं इस योजना का लाभ उठा सकती है.
किसे मिलता है लाभ ?
इस योजना के तहत पहली शर्त है कि छात्रा मध्य प्रदेश की निवासी हो. साथ ही साथ 12 वीं प्रथम श्रेणी में पास हो. इसके अलावा छात्रा किसी हायर एजुकेशन में पढ़ाई भी कर रही हो. बता दें कि इस योजना का लाभ मध्य प्रदेश सरकार के ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर अपना फार्म भरकर ले सकते है.
आवश्यक दस्तावेज
इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपके पास निवास प्रमाण पत्र, आयु का प्रमाण, आय प्रमाण पत्र, समग्र आईडी, कास्ट सर्टिफिकेट, ब्रांच कोड, करंट कॉलेज कोड, 12वीं कक्षा की मार्कशीट,पासपोर्ट साइज फोटो, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी होना जरूरी है.
ऐसे करें अप्लाई
छात्रा को सबसे पहले मध्य प्रदेश की स्कॉलरशिप की अधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करना होगा. इसके बाद स्टूडेंट स्कॉलरशिप के लिए होम पेज पर जाकर आपको लॉग इन करना पड़ेगा. फिर आपको रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करके मांगी गई जानकारियों को भरना होगा.इसके बाद फॉर्म को अपलोड करना होगा. इसके बाद आप गांव की बेटी योजना का फॉर्म भरने के लिए अप्लाई करें.अगर आप फॉर्म नियम के हिसाब से फिल किए है तो आपको आवेदन पूर्ण हो जाएगा.