MP: 7 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सकुशल बाहर आया दीपेंद्र, स्वास्थ्य जांच के लिए भेजा गया अस्पताल

diksha
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MP: मध्य प्रदेश के छतरपुर में बुधवार दोपहर 2:30 बजे एक 5 साल का बच्चा खेत पर खेलते समय एक खुले छूटे बोरवेल में जा गिरा. सूचना मिलने पर प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. जानकारी के मुताबिक बच्चा 40 फीट की ऊंचाई पर अटका हुआ था. सीसीटीवी कैमरे की मदद से बच्चे की पोजीशन को देखते हुए सामान लेवल पर गड्ढा खोदने के लिए तीन जेसीबी मशीनों को काम पर लगाया गया था.बोरवेल में गिरे 5 साल के दीपेंद्र को बाहर निकाल लिया गया है और स्वास्थ्य चेकअप के लिए एंबुलेंस से हॉस्पिटल ले जाया जा रहा है. दीपेंद्र अपने परिजनों के साथ एंबुलेंस में अस्पताल चेकअप के लिए गया है.

बच्चे तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचाने के साथ उसकी हिम्मत बनाए रखने के लिए परिजनों से लगातार बात कराई जा रही है. इसी बीच बारिश की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी भी देखी गई और 2 घंटे तक चली बारिश से रेस्क्यू ऑपरेशन लेट हुआ. अब प्रशासन ने अपने काम की स्पीड को बढ़ा दिया है. मुख्यमंत्री लगातार जिला प्रशासन से रेस्क्यू ऑपरेशन की अपडेट ले रहे हैं. मुख्यमंत्री ने छतरपुर कलेक्टर से बात कर बच्चे को शीघ्र निकालने की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही एसडीआरएफ की टीम को निर्देशित किया है कि वह घटनास्थल पर पहुंचकर बच्चे को निकालने का काम शुरू करें.

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बता दें कि छतरपुर शहर के करीब नारायणपुरा गांव में रहने वाले अखिलेश यादव का 5 वर्षीय बेटा दीपेंद्र यादव अपने परिवार के साथ खेत पर गया था. खेलते समय दीपेंद्र अचानक बोरवेल में गिर गया. घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हुए और पुलिस और प्रशासन की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. बच्चे को बचाने के लिए लगभग डेढ़ सौ लोगों की टीम लगाई गई है. पुलिस, नगर पालिका, नगर सेना और एसडीआरएफ इसमें शामिल है. मौके पर 300 ग्रामीण भी मदद के लिए मौजूद है.

बच्चे पर नजर रखने के लिए बोरवेल में सीसीटीवी कैमरा डाल दिया गया है. जेसीबी की मदद से बोरवेल से 7 फीट दूर खुदाई की जा रही है. बच्चा 40 सीट पर फंसा हुआ है. बारिश के कारण कीचड़ हो जाने की वजह से रेस्क्यू में थोड़ी दिक्कत आ रही है लेकिन बच्चे को लगातार ऑक्सीजन सप्लाई कर सुरंग बनाकर सुरक्षित निकालने की कोशिश की जा रही है.

मामले में बच्चे की मां लक्ष्मी यादव ने बताया कि 1 साल पहले बोर करवाया था. लेकिन पानी नहीं निकलने के कारण कंटीली झाड़ियों को रखकर बंद कर दिया था. बारिश से पहले फसल बोने के लिए झाड़ियों को हटाया गया था. उनके दो बेटे हैं जिसमें से दीपेंद्र छोटा है. अपने दादाजी के साथ खेत पर गया हुआ था जहां खेलते हुए वह बोरवेल के पास चला गया और घटना का शिकार हो गया.