बेहतर शिक्षा के माध्यम से अच्छे प्रोफेशनल तैयार करने के मकसद से मॉडर्न ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन की हुई शुरुआत

mukti_gupta
Published on:

इंदौर. शिक्षा को व्यवसाय ना बनाते हुए एक अच्छे प्रोफेशनल का निर्माण करना ताकि आगे चलकर वह किसी इंडस्ट्री में बेहतर प्रदर्शन कर समाज हित में कार्य करे इसी मकसद से साल 2007 में फार्मा इंडस्ट्री में ख्याति प्राप्त अनिल खरया जी ने मॉडर्न ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन की शुरुआत की। मॉडर्न ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन जिसमें मॉडर्न इंस्टिट्यूट ऑफ़ फार्मास्यूटिकल साइंस, मॉडर्न इंस्टिट्यूट ऑफ़ प्रोफेशनल स्टडीज, मॉडर्न इंस्टिट्यूट ऑफ़ प्रोफेशनल साइंस शामिल है। लगभग 6 एकड़ में फैला कॉलेज कैंपस रेवती उज्जैन रोड अलवासा ग्राम में है।

पूरे कॉलेज में अलग अलग कोर्स में लगभग 3 हजार से ज्यादा छात्र हैं। कॉलेज में कई कोर्स में शिक्षा दी जाती है। वहीं कॉलेज द्वारा एमबीए इन फार्मास्यूटिकल्स मास्टर कोर्स पढ़ाया जाता है। मॉडर्न ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के डायरेक्टर पुनीत कुमार द्विवेदी बताते हैं कि यह कोर्स मध्यप्रदेश में केवल इस कॉलेज में पढ़ाया जाता है। इसी के साथ कॉलेज में एम फार्मा, बी फार्मा, डिप्लोमा इन फार्मेसी, एमबीए, बीबीए, बीकॉम, बीएड और अन्य कोर्स चलाए जाते हैं।

बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के मकसद से कॉलेज फैकल्टी का चयन सघन प्रशिक्षण के पश्चात किया जाता है। कॉलेज में ज्यादातर फैकल्टी डॉक्टरेट की उपाधी धारक है, वहीं आईआईएम जैसे बड़े इंस्टिट्यूट से पास आउट फैकल्टी शिक्षा प्रदान करती है। पढ़ाई के बाद हरा स्टूडेंट और माता पिता का सपना होता है। कि एक बेहतर प्लेसमेंट के माध्यम से स्टूडेंट को जॉब मिले। कॉलेज द्वारा बच्चों को इस तरह तैयार किया जाता है, जिससे वह किसी कंपनी में बेहतर परफॉर्मेंस दे। कॉलेज प्लेसमेंट में देश की कई बड़ी कंपनी हिस्सा लेकर बेहतर इंप्लॉय हायर करती है। जिसमें टाटा कंसलटेंसी, ग्लैनमार्क फार्मा, सनफार्मा, जस्ट डायल, अडानी ग्रुप, कई बैंक, मीडिया ग्रुप और अन्य कंपनी प्लेसमेंट सेल में हिस्सा लेती है। प्लेसमेंट सेल में हाईएस्ट पैकेज 11 लाख से ऊपर होता है वहीं यूजी और अन्य कोर्स में 7 से 10 लाख तक होता है।

Also Read : केशरीमल जैन को ‘जैन रत्न एवं प्रवीण गुरूजी जिनशासन रक्षक’ सम्मान से विभूषित

वह बताते हैं कि कॉलेज के नाम 5 वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज है। जिसमें हाल ही में कॉलेज द्वारा फार्मेसी डे पर ह्यूमन कैप्सूल बनाया गया था। 1 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स ने मानव श्रंखला से इसे बनाया था। इसकी सराहना लगभग 123 देशों के मीडिया माध्यम से हुई थी। इसी के साथ कॉलेज में पुराने जींस के माध्यम से इंदौर की विरासत राजवाड़ा का निर्माण किया गया था। इसी के साथ कॉलेज द्वारा कई सांस्कृतिक और अवेयरनेस प्रोग्राम चलाए जाते है।

मानसिक विकास के साथ साथ शारीरिक विकास भी बेहद जरूरी है इसी को ध्यान में रखते हुए कॉलेज में स्पोर्ट्स पर काफी ध्यान दिया जाता है। कॉलेज परिसर में क्रिकेट ग्राउंड, वॉलीबॉल कोट, स्विमिंग पुल और अन्य सुविधाएं मौजूद है। कॉलेज के स्टूडेंट्स ने क्रिकेट, वॉलीबॉल, कुश्ती, शूटिंग और अन्य स्पोर्ट्स में कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं।