तीन दिन पहले भी मोदी ने नहीं बताया था ताई को पद्मभूषण के बारे में

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By Ayushi JainPublished On: January 27, 2021

पद्मभूषण मिलने से ताई स्वयं आश्चर्यचकित हैं। उन्होंने कहा कि तीन-चार दिन पहले नई दिल्ली प्रधानमंत्री से मिलने गई थी। दत्तोपंत ठेंगड़ी विचार मंच की अध्यक्ष होने के नाते उनके शताब्दी वर्ष के समापन पर आयोजित किए जाने वाले समारोह में प्रधानमंत्री को बुलाने के लिए मैं उनसे मिलने गई थी वहां पौन घंटा तक विभिन्न विषयों पर चर्चा भी हुई लेकिन प्रधानमंत्री जी ने इस सम्मान के बारे में कुछ नहीं बताया।

उन्होंने कहा कि मेरे नाम के लिए किसने सिफारिश की मुझे नहीं पता। सोमवार को रात दिल्ली से ज्योति मजूमदार ने मुझे फोन कर बताया। उसने भी टीवी पर ही समाचार देखा था। तब भी मुझे पूरा यकीन नहीं हुआ लेकिन टीवी देखने के बाद मुझे विश्वास आया। 8 बार लगातार लोकसभा का चुनाव जीतना तथा हर बार पार्टी द्वारा दी गई जिम्मेदारी को प्रामाणिकता से पूर्ण करना, मुझे यह दो कारण समझ में आते हैं जिसके चलते इस बड़े सम्मान के लिए मेरा चयन किया गया।

तीन दिन पहले भी मोदी ने नहीं बताया था ताई को पद्मभूषण के बारे में

आपने कहा कि मेरे साथ मेरे सहयोगीयों एवं स्टाफ ने भी प्रमाणिकता से कार्य किया। मैं इस सम्मान को इंदौर की जनता को समर्पित करती हूं। ताई को पदमभूषण देने की सूचना कुछ मिनटों में ही पूरे शहर में वायरल हो गई। सबसे पहले सांसद शंकर लालवानी, संगठन मंत्री जयपाल सिंह चावड़ा नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे एवं कमल वाघेला ताई शुभकामनाएं देने पहुंचे। इसके बाद उनके समर्थक राम मूंदड़ा, अशोक डागा, सुधीर देडगे, महेश जोशी, शैलेंद्र महाजन आदि ताई के मनीषपुरी स्थित घर पहुंचे।

मूंदडा द्वारा लाई गई पेडे की मिठाई ही खाई

अपने समर्थक राम मूंदडा द्वारा लाई गई पेड़े की मिठाई से उन्होंने अपना मुंह मीठा किया। बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी भी वहां पहुंच गए थे। सभी को मिठाई खिलाई गई।

तीन दिन पहले भी मोदी ने नहीं बताया था ताई को पद्मभूषण के बारे में

नहीं छुड़ाए फटाके

ताई समर्थक महेश जोशी अपनी कार में फटाके लेकर आए थे। उन्होंने फटाके छोड़ने की कोशिश की लेकिन ताई के पोते सिद्धार्थ महाजन ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। सिद्धार्थ का कहना था कि ताई नाराज हो जाएंगी। इसलिए फटाके कार में पड़े रह गए।

ताई सोने चली गई उसके बाद पहुंचे राजेश सोनकर

भाजपा के जिलाध्यक्ष राजेश सोनकर लेट हो गए थे। ताई सोने चली गई तब वे पहुंचे। उनकी मुलाकात भाजपा नेताओं के साथ साथ मिलिंद महाजन से ही हो पाई। मंगलवार दिन भर शुभचिंतकों का तांता लगा रहा कल मंगलवार को भी दिन भर भाजपा के कई नेता सामाजिक कार्यकर्ता आदि ताई को बधाई देने के लिए ताई के घर पहुंचते रहे।