वैवाहिक सीजन की मांग बढ़ने के कारण सरसों के नए भाव में तेजी का दौर जारी, जानें 18 मई 2025 के ताजा मंडी भाव

वर्तमान में देश की विभिन्न मंडियों में सरसों का औसत मूल्य 6,000 से 7,500 रुपये प्रति क्विंटल के बीच दर्ज किया जा रहा है। यह तेजी मुख्य रूप से उपभोक्ता मांग, तेल उत्पादकों की खरीद और निर्यात में बढ़ोतरी के चलते देखी जा रही है।

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Sarso Mandi Bhav: सरसों के बाजार में एक बार फिर तेजी का माहौल है। मंडियों में सरसों के नए भाव जारी किए गए हैं, जिससे किसानों और व्यापारियों में उत्साह है। मांग और आपूर्ति के संतुलन के कारण सरसों की कीमतों में हालिया उछाल आया है। नीचे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार और पंजाब के 10 शहरों के आज के ताजा मंडी भाव दिए गए हैं।

सरसों के भाव में तेजी के कारण

सरसों की कीमतों में यह तेजी गुणवत्तापूर्ण फसल, अनुकूल भंडारण और बढ़ती मांग के कारण है। आपूर्ति की तुलना में मांग अधिक होने से कीमतें ऊंचे स्तर पर हैं। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सरसों की बढ़ती मांग ने इसकी कीमतों में तेजी ला दी है। वर्तमान में देश की विभिन्न मंडियों में सरसों का औसत मूल्य 6,000 से 7,500 रुपये प्रति क्विंटल के बीच दर्ज किया जा रहा है। यह तेजी मुख्य रूप से उपभोक्ता मांग, तेल उत्पादकों की खरीद और निर्यात में बढ़ोतरी के चलते देखी जा रही है।

सरसों के आज का ताजा मंडी भाव

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में सरसों की कीमतें 6,800 से 7,200 रुपये प्रति क्विंटल के बीच रहीं, जबकि आगरा में यह 6,700 से 7,100 रुपये तक दर्ज की गई। मध्य प्रदेश की बात करें तो नीमच मंडी में सरसों 6,900 से 7,400 रुपये और मंदसौर में 7,000 से 7,500 रुपये प्रति क्विंटल बिकी। ग्वालियर मंडी में यह दर 6,800 से 7,300 रुपये के बीच रही। राजस्थान की प्रमुख मंडियों में, जयपुर में सरसों 7,100 से 7,600 रुपये और कोटा में 7,000 से 7,500 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंची। बिहार में पटना मंडी में भाव 6,500 से 7,000 रुपये और मुजफ्फरपुर में 6,400 से 6,900 रुपये प्रति क्विंटल दर्ज किए गए। पंजाब के लुधियाना मंडी में सरसों का भाव 6,700 से 7,200 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास रहा।

निर्यात और मांग का प्रभाव

सरसों की मांग घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बढ़ रही है। भारतीय सरसों और इसके तेल की गुणवत्ता की वैश्विक सराहना के कारण निर्यात में वृद्धि हुई है। यदि मांग इसी तरह बनी रही, तो कीमतें और ऊपर जा सकती हैं। व्यापारियों को स्टॉक प्रबंधन पर ध्यान देना चाहिए ताकि अचानक गिरावट से बचा जा सके।

किसानों के लिए सुनहरा अवसर

यह समय सरसों की बिक्री के लिए अनुकूल है। किसानों को मंडी के ताजा भाव पर नजर रखने और सही समय पर बिक्री करने की सलाह है। उचित भंडारण से सरसों की गुणवत्ता बनी रहेगी, जो लंबे समय तक अच्छे दाम सुनिश्चित कर सकती है।

सरसों का बाजार अभी और उछाल ले सकता है, बशर्ते मांग और आपूर्ति बनी रहे।