Chana Today Price: भारत की मंडियों में चने के दामों ने सबको चौंका दिया है! ताजा मंडी भाव के मुताबिक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, और बिहार में चने की कीमतों ने नया रिकॉर्ड बनाया है। बढ़ती मांग, कम आपूर्ति, और मौसमी बदलावों ने इस तेजी को और बढ़ावा दिया है। आइए, चना के मंडी भाव के साथ जानें कि चने की यह उछाल रसोई और किसानों को कैसे प्रभावित कर रही है।
मध्य प्रदेश में चना में जोरदार उछाल दर्ज
मध्य प्रदेश में चने की औसत कीमत ₹6500/क्विंटल है। इंदौर में ₹6600, भोपाल में ₹6450, ग्वालियर में ₹6400, जबलपुर में ₹6550, रीवा में ₹6350, सागर में ₹6500, रतलाम में ₹6420, नीमच में ₹6650, मंदसौर में ₹6300, और देवास में ₹6470 प्रति क्विंटल का भाव रहा। नीमच में मांग ने कीमतों को आसमान पर पहुंचाया।

महाराष्ट्र में चना की कीमतों में आई तेजी
महाराष्ट्र में औसत कीमत ₹6700/क्विंटल है। मुंबई में ₹6800, पुणे में ₹6700, नासिक में ₹6650, नागपुर में ₹6850, औरंगाबाद में ₹6720, और सोलापुर में ₹6680 प्रति क्विंटल दर्ज हुआ। नागपुर में कम आवक ने चने को और महंगा कर दिया।
उत्तर प्रदेश में चने के दाम ने पकड़ी रफ्तार
उत्तर प्रदेश में औसत कीमत ₹6400/क्विंटल है। लखनऊ में ₹6500, कानपुर में ₹6350, वाराणसी में ₹6550, आगरा में ₹6300, मेरठ में ₹6420, गोरखपुर में ₹6480, आजमगढ़ में ₹6250, अलीगढ़ में ₹6380, प्रयागराज में ₹6450, और बरेली में ₹6400 प्रति क्विंटल का भाव रहा। वाराणसी में कीमतें सबसे ऊंची रहीं।
राजस्थान में चना में तूफानी तेजी जारी
राजस्थान में औसत कीमत ₹6600/क्विंटल है। जयपुर में ₹6700, जोधपुर में ₹6550, उदयपुर में ₹6600, बीकानेर में ₹6570, कोटा में ₹6650, और अलवर में ₹6750 प्रति क्विंटल का भाव रहा। अलवर में मांग बढ़ने से चने ने नया रिकॉर्ड बनाया।
बिहार की मंडियों में लगातार बढ़ रहे दाम
बिहार में औसत कीमत ₹6300/क्विंटल है। पटना में ₹6400, गया में ₹6200, भागलपुर में ₹6300, मुजफ्फरपुर में ₹6350, दरभंगा में ₹6250, और पूर्णिया में ₹6320 प्रति क्विंटल दर्ज हुआ। पटना में कम आपूर्ति ने कीमतों को उछाला।
तेजी का कारण क्या?
चने की कीमतों में यह उछाल कम उत्पादन और बढ़ती मांग से आया है। मौसम की अनिश्चितता और भंडारण की कमी ने भी कीमतों को बढ़ाया है। सरकार ने चने का एमएसपी ₹5320/क्विंटल तय किया है, लेकिन मंडियों में भाव ₹6695 तक पहुंच गए हैं। यह तेजी किसानों के लिए फायदेमंद है, लेकिन उपभोक्ताओं की जेब पर असर डाल रही है।
भविष्य की उम्मीद
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आपूर्ति नहीं बढ़ी, तो चने के दाम और ऊपर जा सकते हैं। सरकार स्टॉक बढ़ाने की कोशिश कर रही है, लेकिन तब तक उपभोक्ताओं को सावधानी से खरीदारी करनी होगी। चने की यह तेजी अब हर घर और मंडी की चर्चा है। क्या कीमतें जल्द ठंडी होंगी? इस पर नजर रखें!