भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र का बुधवार को दूसरा दिन है। मानसून सत्र के शुरू होने से पहले ही विधानसभा परिसर के बाहर कांग्रेस विधायकों ने जमकर हंगामा किया साथ ही कांग्रेस विधायकों ने शिवराज सरकार पर पोषण आहार में घोटाले का आरोप लगाया। जिसके बाद विधानसभा की कार्यवाही कल 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
विधानसभा सदन से बाहर निकलते ही मुख्यमंत्री शिवराज ने मीडिया से बात करते हुए पोषण आहार मामले को लेकर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पोषण आहार पर कांग्रेस भ्रम फैला रही है। आज हमने स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की। सब सवालों का जवाब दिया जाएगा, कांग्रेस चर्चा से भाग रही है। जब मैं बोल रहा था विपक्ष हंगामा कर रहा था, कांग्रेस को चर्चा से भागना है। तथ्यों से कोई मतलब नहीं है। पोषण आहार को लेकर ये अंतिम रिपोर्ट नहीं है।
सीएम शिवराज ने कहा कि अभी विभाग जवाब देगा, फिर रिपोर्ट सीएजी को जाएगा। उसके बाद विधानसभा में आएगी, जो भी दोषी होगा सख्त कार्रवाई को जाएगी। अलग-अलग घोटाले के मामले में 104 लोगों पर कार्रवाई की गई है। पोषण आहार मामले में भी कार्रवाई करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि जो गड़बड़ी हुई वो कांग्रेस शासनकाल की है। टेक होम राशन की गुणवत्ता खराब पाई गई थी। ये मामले कमलनाथ सरकार के समय हुआ था। सरकार के प्रयासों से आज कुपोषण में कमी आई है। लेकिन कांग्रेस विधायकों ने सिर्फ हंगामा किया। पूरे मुद्दे को जनता के बीच ले जाया जाएगा।
शिवराज ने कहा कि कैग की रिपोर्ट में विपक्ष के 15 माह भी शामिल हैं। यह अंतिम रिपोर्ट नहीं। हम कैग की रिपोर्ट का इंतजार करेंगे। महालेखाकार की रिपोर्ट अंतिम नहीं है। कांग्रेस के मित्र भी जानते हैं कि हर विभाग का आडिट होता है। मेरा साफ कहना है कि हम तथ्यों को बारीकी से देख रहे हैं। कहीं गड़बड़ी पाई गई तो हम सख्त कार्रवाई करेंगे। अभी हमने अनियमितताओं के खिलाफ 104 लोगों पर कार्रवाई की है। 24 के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई। कई के खिलाफ विभागीय जांच चल रही है। लेकिन कांग्रेस ने क्या किया।