Train Accident : तमिलनाडु के तिरुवल्लूर जिले के कावरपेट्टई रेलवे स्टेशन पर एक गंभीर रेल हादसा हुआ, जिसमें दरभंगा एक्सप्रेस ने एक खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई। इस टक्कर के परिणामस्वरूप एक्सप्रेस ट्रेन के 12 डिब्बे, जिनमें कई एसी कोच भी शामिल थे, पटरी से उतर गए। टक्कर के बाद ट्रेन का इंजन भी पटरी से बाहर निकल गया। इस घटना में पार्सल वैन में आग लगने की सूचना भी मिली है।
Train Accident: टक्कर का कारण
VIDEO | Mysuru-Darbhanga Express met with an accident near Kavarapettai Railway Station in the Chennai Division, causing derailment of at least two coaches. More details awaited.
(Source: Third Party) pic.twitter.com/ukS2r9WicS
— Press Trust of India (@PTI_News) October 11, 2024
बताया जा रहा है कि मालगाड़ी लूप लाइन में खड़ी थी और इसके साथ कोई इंजन नहीं था। दरभंगा एक्सप्रेस उसी लाइन पर पहुंच गई, जिस समय यह दुर्घटना हुई। उस समय ट्रेन की रफ्तार लगभग 75 किलोमीटर प्रति घंटा थी। यह ट्रेन मैसूर से दरभंगा जा रही थी। टक्कर की आवाज इतनी तेज थी कि यह दूर तक सुनाई दी और घटना के बाद स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
राहत कार्य और घायल
टक्कर के तुरंत बाद रेलवे अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंच गए और राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया। इस घटना में कई लोगों के घायल होने की भी खबर है, जिससे स्थिति और भी गंभीर बन गई है।
इस घटना ने कई सवाल उठाए हैं, खासकर यह कि दरभंगा एक्सप्रेस उस ट्रैक पर कैसे पहुंची, जहां पहले से मालगाड़ी खड़ी थी। क्या इस संदर्भ में लाइन मैन की कोई गलती हुई? इस सवाल का जवाब तलाशने के लिए रेलवे जांच शुरू कर रहा है।
Train Accident: यूपी में एक और बड़ा हादसा टल गया
दूसरी ओर, यूपी के बिजनौर में दो दिन पहले एक बड़ा रेल हादसा टल गया। वहां रेलवे ट्रैक पर पत्थर रखे जाने की घटना सामने आई। मेमो एक्सप्रेस ट्रेन उसी ट्रैक पर पहुंच गई, जहां पत्थर मिले थे। ट्रेन जब चट्टानों से टकराई, तो ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका।
इस घटना की जानकारी मिलने पर रेलवे पुलिस और संबंधित अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच की। पाया गया कि अप और डाउन लाइन के दोनों ओर लगभग 20 मीटर तक पत्थर रखे गए थे। रेलवे पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है।
इन दोनों घटनाओं ने रेलवे सुरक्षा पर कई सवाल खड़े किए हैं। ऐसे हादसों को रोकने के लिए त्वरित जांच और उचित कार्रवाई की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।