लखनऊ : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रविवार को कई इलाकों में अँधेरा छा गया। जी हां, बताया जा रहा है कि बिजलीकर्मियों के कार्य बहिष्कार के कारण राजधानी की बिजली सप्लाई ठप हुई है। इसी के विरोध को लेकर सूबे के 15 लाख से ज्यादा कर्मचारी और अधिकारी हड़ताल पर उतर आए हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक समिति ने इस मामले को लेकर आज प्रदेश में आंदोलन का ऐलान किया है, जिसमे अलग-अलग जिलों में लगभग 25 हजार कर्मचारी विरोध प्रदर्शन करेंगे। हालाँकि यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी प्रदेश में छह माह पूर्व ही भार जंपिंग की समस्या आ चुकी है।
जाने क्या है मामला।।।।
बताया जा रहा है कि सोमवार शाम ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के साथ विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों की बैठक हुई थी, जिसमें ऊर्जा मंत्री ने निजीकरण का प्रस्ताव वापस लेने की घोषणा की और सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए। हालांकि UPPCL और विद्युत कर्मचारियों के बीच अभी सहमति नहीं बन पाई है।