केजरीवाल अब ईमानदारी की अलख जगायेंगे

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दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने 22 सितंबर को जंतर-मंतर पर आयोजित ‘जनता की अदालत’ में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर जमकर निशाना साधा। आप सुप्रीमो ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने बेहतर प्रदर्शन करने वाली आप को खत्म करने के लिए उसके शीर्ष नेताओं को एक-एक करके जेल भेजने की साजिश रची है।

उनके भाषण के प्रमुख उद्धरण यहां प्रस्तुत हैं:
  • अपनी ईमानदारी साबित करते हुए उन्होंने कहा, “पिछले दस साल से हम ईमानदारी से सरकार चला रहे थे, हमने बिजली-पानी मुफ्त किया, लोगों के लिए इलाज मुफ्त किया, शिक्षा को उत्कृष्ट बनाया।<

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  • उन्होंने कहा, ‘‘मोदी जी को लगने लगा कि अगर उन्हें इनसे जीतना है तो उन्हें इनकी ईमानदारी पर हमला करना होगा और फिर उन्होंने केजरीवाल, सिसोदिया और आप को बेईमान साबित करने और प्रत्येक नेता को जेल में डालने की साजिश रची।’’
  • “अन्ना आंदोलन के समय हमें चुनाव लड़ने की चुनौती मिली, जिससे साबित हुआ कि ईमानदारी से चुनाव जीता जा सकता है।”
  • उन्होंने कहा, “मैंने इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि मैं भ्रष्टाचार करने या मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने के लिए राजनीति में नहीं आया था।”
  • “मैंने इस्तीफ़ा इसलिए दिया क्योंकि मैं भ्रष्टाचार करने या पैसा कमाने नहीं आया था। मैं देश की राजनीति बदलने आया था।”<

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  • “इन नेताओं की चमड़ी मोटी है, इन पर आरोपों का असर नहीं होता, मैं प्रभावित हूं, मैं नेता नहीं हूं…मैं कुछ दिनों में सीएम का बंगला छोड़ दूंगा, मेरे पास घर भी नहीं है…मैंने दस साल में सिर्फ प्यार कमाया है, जिसका नतीजा यह है कि मुझे इतने लोगों के फोन आ रहे हैं कि मेरा घर ले लो…श्राद्ध खत्म होने के बाद, नवरात्रि की शुरुआत में, मैं घर छोड़ दूंगा और आप में से किसी एक के घर आकर रहूंगा।”