उत्तराखंड (Uttarakhand) चारधाम यात्रा से जुड़ी हाल ही में एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि आज गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल हेतु बंद कर दिए गए है। वहीं आज यानी 6 नवंबर को केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट भी बंद कर दिए जाएंगे। साथ ही 20 नवंबर को श्री बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल हेतु बंद किए जाएंगे।
जानकारी के मुताबिक, गंगोत्री धाम के कपाट आज गोवर्धन पूजा के दिन पूर्वाह्न 11 बजकर 45 मिनट पर बंद हो गए। इस दौरान गंगोत्री मंदिर समिति के तीर्थ पुरोहितों एवं आचार्यगणों की उपस्थिति में कपाट विधि-विधान से कपाट बंद किए गए। ऐसे में बड़ी संख्या में यात्री मौजूद रहे। वहीं कपाट बंद होने के बाद मां गंगा की उत्सव डोली विभिन्न पड़ावों से होते हुए शीतकालीन गद्दीस्थल मुखवा पहुंचेगी। इसकी जानकारी पुरोहित द्वारा दी गई है।
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इसको लेकर जिलाधिकारी उत्तरकाशी मयूर दीक्षित ने बताया कि इस यात्रा वर्ष 32948 से अधिक तीर्थयात्री गंगोत्री धाम दर्शन के दर्शन किए गए। कोरोना के बाद भी यात्रा में तीर्थयात्रियों के आने का क्रम जारी रहा। इसको देखते हुए यात्रा व्यवस्थाओं को पूरा ठीक तरह से बनाया गया।
इसके आलावा, उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने जानकारी देते हुए बताया है कि आज शुक्रवार गोवर्धन पूजा/ अन्नकूट पूजा के दिन गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने के बाद कल शनिवार प्रात: भैया दूज यम द्वितीया पर केदारनाथ धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद हो जायेंगे।
केदारनाथ (Kedarnath) भगवान की उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी। इसी तरह यमुनोत्री माता की उत्सव डोली शीतकालीन गद्दीस्थल खरसाली पहुंचेगी। जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट 20 नवंबर को शीतकाल हेतु बंद हो जायेंगे। बताया कि अभी तक साढ़े चार लाख तीर्थयात्री उत्तराखंड चारधाम पहुंच गये है।