भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद कंगना रनौत ने यह कहकर एक और विवाद खड़ा कर दिया कि अगर सरकार ने कड़े कदम नहीं उठाए होते तो किसानों के विरोध प्रदर्शन से बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा हो सकती थी। मंडी से सांसद ने कानूनों को वापस लिए जाने के बाद भी विरोध जारी रहने के लिए निहित स्वार्थों और “विदेशी शक्तियों” को भी जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया, ”बांग्लादेश में जो हुआ, वह आसानी से यहां भी हो सकता था। यह विदेशी ताकतों की साजिश है और ये फिल्मी लोग इसी में कामयाब होते हैं। अगर देश कुत्तों के हवाले हो जाए तो उन्हें इसकी कोई परवाह नहीं है।
पंजाब बीजेपी नेता का पलटवार
उनकी टिप्पणी पंजाब के उनकी ही पार्टी के नेता को पसंद नहीं आई। बीजेपी के वरिष्ठ नेता हरजीत गरेवाल ने कंगना को इस तरह की टिप्पणियों से परहेज करने को कहा.गरेवाल ने इंडिया टुडे से कहा, ”किसानों पर बोलना कंगना का विभाग नहीं है, कंगना का बयान निजी है. पीएम मोदी और बीजेपी किसान हितैषी हैं. विपक्षी पार्टियां हमारे खिलाफ काम कर रही हैं और कंगना का बयान भी वही कर रहा है.’ उन्हें संवेदनशील या धार्मिक मुद्दों, धार्मिक संगठनों पर ऐसे बयान नहीं देने चाहिए।
Kangana Ranaut: Bangladesh like anarchy could have happened in India also like in the name of Farmers protest. Outside forces are planning to destroy us with the help of insiders. If it wouldn’t have been foresight of our leadership they would have succeded. pic.twitter.com/05vSeN8utW
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) August 25, 2024
जून 2024 में, सीआईएसएफ की एक महिला कांस्टेबल ने कथित तौर पर किसानों के विरोध पर अपमानजनक टिप्पणियों के लिए चंडीगढ़ हवाई अड्डे के अंदर अभिनेत्री को थप्पड़ मार दिया था। कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया और घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया। कंगना रनौत को थप्पड़ मारने वाली महिला पंजाब के कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी की रहने वाली है और किसान नेता शेर सिंह मालीवाल की बहन है। घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कंगना ने कहा कि वह ‘पंजाब में बढ़ रहे आतंकवाद और उग्रवाद को लेकर चिंतित हैं। यह घटना हिमाचल प्रदेश के मंडी निर्वाचन क्षेत्र से 74,000 से अधिक मतों के अंतर से लोकसभा चुनाव जीतने के कुछ दिनों बाद हुई।