मध्यप्रदेश में साल 2023 के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले सभी राजनीतिक पार्टियां सक्रिय नजर आ रही है। एक तरफ प्रदेश की शिवराज सरकार कहीं बड़े ऐलान करके सभी को साधने का प्रयास कर रही है। वहीं दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी पीछे हटने का नाम नहीं ले रहे। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार होने वाले विधानसभा चुनाव में कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है क्योंकि दोनों ही बड़ी पार्टियां भाजपा और कांग्रेस काफी ज्यादा एक्टिव दिख रही है।
इन सब के बीच मध्य प्रदेश में लगातार बड़े नेताओं के दौरे भी चल रहे हैं। अभी कुछ दिनों पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मध्य प्रदेश दौरे पर आए थे। सिर्फ भाजपा से ही नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी से भी कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी भी मध्य प्रदेश का दौरा कर चुकी है। ऐसे में माना जा रहा है कि अबकी बार होने वाले विधानसभा चुनाव में कड़ा मुकाबला देखा जा सकता है। इन सबके बीच दोनों बड़ी पार्टियां कई बड़े ऐलान करती हुई नजर आ रही है।
अभी कुछ दिनों पहले ही प्रदेश की शिवराज सरकार ने प्रदेश की महिलाओं के लिए लाडली बहना योजना की शुरुआत की थी।जिसमें महिलाओं को हर महीने ₹1000 दिए जाते हैं। इतना ही नहीं शिवराज सिंह चौहान ने यह भी ऐलान किया कि इस राशि को बढ़ाकर ₹3000 तक ले जाया जाएगा। इन सबके बीच खबर आ रही है कि कि इस बार महिला, युवा, किसान, अनुसूचित जाति-जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए अलग-अलग वचन पत्र तैयार किए गए हैं। विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष डा.राजेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता वाली समिति ने सभी वर्गों के प्रतिनिधियों से विचार-विमर्श कर अपनी ओर से अंतिम रूप दे दिया है।