पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रेस वार्ता के दौरान चर्चा करते हुए शिवराज सिंह चौहान से इस्तीफे की मांग की है। दरअसल आपको बता दें कि शिवराज सरकार के पोषण आहार घोटाला को लेकर कमलनाथ लगातार शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साध रहे हैं। कमल नाथ ने कहा कि सीएजी की रिपोर्ट भी सामने आई है कि किस प्रकार से भ्रष्टाचार हुआ है और यह बात रिपोर्ट में भी सामने आ गई है। शिवराज सरकार में जहां देखो वहां भ्रष्टाचार की व्यवस्था बनी हुई है यहां तक कि मंत्रालय तक भ्रष्टाचार की व्यवस्था है। मेरे पास इनके भ्रष्टाचार के कई मामले लगातार सामने आ रहे हैं और हम समय-समय पर उजागर करेंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आगे कहा कि शिवराज सरकार के अगले 12 महीने घोटालों के रहेंगे और अगला साल ईयर ऑफ घोटाला रहेगा। पिछले 18 सालो से इन्होंने घोटालों का सिस्टम बनाया हुआ है। जिसकी पोल भी खुल रही है, पोषण आहार घोटाले की अगर बात करें तो शिवराज सिंह चौहान के खुद के पास यह विभाग है और उनके ही विभाग का यह घोटाला सामने आया है ऐसे में तो उन्हें खुद नैतिकता के नाते इस्तीफा देना चाहिए, क्योंकि विभाग में इस तरह का घोटाला हो वह मासूम बच्चों से उनका पोषण छीना जाए तो उनको पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।
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कमलनाथ का कहना है कि प्रतिदिन घोटाले हो रहे हैं और जनता इसकी गवाह है। यहां तक कि किसानों को यूरिया व बीच भी नहीं मिल पा रहा है और ना ही खाद मिल पा रहा है। हम आरोप पत्र और वचन पत्र तैयार कर रहे हैं जिसे हम जारी करेंगे। भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी के पेट में दर्द क्यों हो रहा है, मेरे पास कोऑर्डिनेशन की जिम्मेदारी है और मैं उसे पूरी तरह से निभा रहा हूं। पोषण आहार घोटाले को लेकर कमल नाथ का कहना है कि इस मामले पर हम सभी का ध्यान आकर्षित करेंगे और विधानसभा के आगामी सत्र में भी जोर शोर से इस मामले को उठाएंगे।
कमलनाथ का कहना है कि 64 नगर परिषद के चुनाव को लेकर हमारी पूरी तैयारी है। लेकिन भाजपा आज खाद, बीज पर बात नहीं कर रही है और न भ्रष्टाचार और घोटाले पर बात करती है बल्कि सिर्फ गुमराह करने वाले मुद्दों पर ही बात करती हैं। यहां तक कि 17 तारीख को बीजेपी का एक बड़ा इवेंट करने जा रही है, यह लोग इवेंट करने में बड़े माहिर हैं। किसान कर्ज माफी को लेकर कमलनाथ ने कहा कि “किसान कर्ज माफी हमारे वचन पत्र में पहले भी शामिल थी और 27 लाख किसानों का कर्ज हमने माफ किया था। हम तो कर्ज माफी का दूसरा चरण भी चालू कर चुके थे, लेकिन हमारी सरकार बीच में ही गिरा दी गई। 12 तारीख को विधायक दल की बैठक है और बैठक में ऐसे कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।