प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) पर रोहिंग्या और बांग्लादेशियों का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए हमला बोला। “संथाल परगना में आदिवासियों की आबादी तेजी से घट रही है. जमीनें हड़पी जा रही हैं. घुसपैठिये पंचायतों में पदों पर कब्जा कर रहे हैं. बेटियों के खिलाफ अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं… घुसपैठियों के कारण हर झारखंडी असुरक्षित महसूस कर रहा है।
उन्होंने कहा, झामुमो बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं के साथ खड़ा है… ये घुसपैठिये और उग्रवादी झामुमो पर कब्ज़ा कर रहे हैं… ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि झामुमो में कांग्रेस का भूत घुस गया है… जब किसी पार्टी में कांग्रेस का भूत घुस जाता है तो तुष्टिकरण होता हैश्श् उस पार्टी का एकमात्र एजेंडा बन जाता है… ये पार्टियां धर्म के आधार पर अपना वोट बैंक बनाना चाहती हैं ।
जवान बेटियों के माता-पिता चिंतित हैं. 2-3 दिन पहले झारखंड हाई कोर्ट ने घुसपैठ की स्वतंत्र पैनल से जांच कराने का आदेश दिया था. लेकिन झामुमो सरकार यह मानने को तैयार नहीं है कि झारखंड में घुसपैठ हो रही है. संथाल परगना और कोल्हान में बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठ एक बड़ी समस्या है. पूरे क्षेत्र की जनसांख्यिकी तेजी से बदल रही है।
“राजद अभी भी झारखंड से अपने गठन का बदला लेना चाहता है। और कांग्रेस को झारखंड से नफरत है. कांग्रेस ने इतने दशकों तक दिल्ली से देश पर राज किया लेकिन पिछड़ों, आदिवासियों और दलितों को आगे नहीं आने दिया। आदिवासी वोटों का इस्तेमाल कर झामुमो राजनीति में आगे आया. लेकिन आज वे उन लोगों के साथ खड़े हैं जिन्होंने आदिवासियों के जंगलों पर कब्जा कर लिया।