प्रदेश कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, उमंग सिंघार समेत कई बड़े नेता अनुपस्थित रहे। पीसीसी अध्यक्ष ने सभी नेताओं से सहयोग की अपील की और इस दौरान वे भावुक हो गए। वहीं, बैठक के दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने पीसीसी के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
मध्य प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जीतू पटवारी के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार राजनीतिक मामलों की समिति, प्रदेश कार्यकारिणी, स्थायी आमंत्रित और विशेष आमंत्रित सदस्यों की बैठकें गुरुवार को पीसीसी में आयोजित की गईं। इन बैठकों में प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख नेता अनुपस्थित रहे। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, अरुण यादव, अजय सिंह, कमलेश्वर पटेल सहित कई बड़े नेता बैठक में नहीं पहुंचे। वहीं, बैठक के दौरान कुछ कार्यकर्ताओं ने जमीनी स्तर के नेताओं को कार्यकारिणी में स्थान देने की मांग करते हुए पीसीसी के बाहर नारेबाजी की। बैठक में शामिल होने से पहले कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह ने कहा कि इस बैठक में जिला, ब्लॉक, मंडल, और सेक्टर स्तर पर कामकाजी रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी। इसके अलावा, कई राजनीतिक मुद्दों पर भी विचार विमर्श होगा, जैसे कि सरकार की कार्यशैली, जनता की परेशानी, कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति, और अन्य मुद्दे।
प्रदेश प्रभारी ने प्रमुख नेताओं की अनुपस्थिति पर दी प्रतिक्रिया
बैठक में कई बड़े नेताओं की अनुपस्थिति पर सफाई देते हुए प्रदेश प्रभारी जीतेन्द्र भंवर सिंह ने कहा कि शादी-ब्याह के कारण कई नेता बैठक में शामिल नहीं हो पाए। इन सभी को वीडियो कांफ्रेंसिंग या वर्चुअल माध्यम से जुड़ने का विकल्प दिया गया है। बैठक के आरंभ में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी के सभी नेताओं का स्वागत बुके देकर किया। हालांकि, इस बैठक में शामिल होने के लिए कमलनाथ और दिग्विजय सिंह उपस्थित नहीं हो सके।
नगरीय निकाय क्षेत्रों में वार्ड कांग्रेस कमेटी के गठन का ऐलान
बैठकों में कांग्रेस संगठन की मजबूती के लिए बूथ, मण्डल, सेक्टर, ब्लॉक से लेकर जिला और प्रदेश स्तर तक गहन मंथन और चर्चा की गई। इस दौरान प्रदेश के सभी नगरीय निकाय क्षेत्रों में वार्ड कांग्रेस कमेटी का गठन करने का प्रस्ताव रखा गया। इसके बाद मोहल्ला कांग्रेस कमेटी के गठन पर भी चर्चा हुई, जिसमें प्रत्येक बूथ से 30 से 40 घरों को शामिल किया जाएगा और मोहल्ला कांग्रेस कमेटी के सदस्य बूथ कमेटी के सदस्य होंगे। इसके अलावा, प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम पंचायत कांग्रेस कमेटी के गठन पर भी विचार किया गया, जिसमें ग्राम पंचायत के सदस्य बूथ कमेटी के सदस्य के रूप में कार्य करेंगे।
पूर्व मंत्री ने कहा- आंसू बहाने से अब कोई फर्क नहीं पड़ेगा
पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी की पहली कार्य समिति की बैठक में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, मीनाक्षी नटराजन, अजय सिंह, गोविंद सिंह, और अरुण यादव की अनुपस्थिति से जीतू पटवारी का दर्द छलक पड़ा, और वे भावुक हो गए। इस पर पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को सलाह देते हुए कहा कि मायूसी और आंसू बहाने से कुछ नहीं होगा, अब यह सोचना होगा कि कांग्रेस की सरकार कैसे बने। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने कहा कि जीतू पटवारी बैठक के दौरान भावुक हुए थे, और उनके आंसू कोई दिखावा नहीं थे। कठिन समय में जीतू पटवारी अध्यक्ष बने हैं, और उन्होंने बैठक में सभी से सहयोग की अपील की है। हम सब एकजुट हैं, पार्टी में कोई मतभेद नहीं हैं।