झाबुआ : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमेशा से यह होता आया है, की काम उनको मिलता है, जिनके हाथों में कौशल होता है। मध्यप्रदेश सरकार ने विद्यार्थियों को पढ़ाई के माध्यम से हुनर सीखने के लिए अनेक जतन किए है। मुफ्त कॉपी किताबें देने से लेकर प्रतिभावान बच्चों के लिए स्कूटी वितरण योजना इसका उदाहरण है। मुख्यमंत्री चौहान आज डॉ एपीजे अब्दुल कलाम विश्व विद्यालय प्रौद्योगिक संस्थान के भवन का लोकार्पण के उपरांत आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर सांसद द्वय वीडी शर्मा, गुमान सिंह डामोर भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि रोजगार से संबंधित सारी सस्याओं का हल स्थानीय स्तर पर उपलब्ध हो। इसलिए हमने यहां यह इंजीनियरिंग कॉलेज खोला है। मेरा मानना है की सभी विद्यार्थियों को समान अवसर मिलना चाहिए। यही वजह है कि झाबुआ क्षेत्र के विद्यार्थियों के यह तकनीकी शिक्षा उपलब्ध कराई गई हैं। पहले अंग्रेजी भाषा में इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई में ग्रामीण इलाकों से आने वाले बच्चों की दिक्कतों को देखते हुए सरकार ने हिंदी में इनकी पढ़ाई कराने का फैसला लिया है। वैसे भी अंग्रेजी और बुद्धि का कोई संबंध नहीं है।
विदेशों की बात करें तो वहां उन्हीं की भाषाओं में शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध कराई जाती है। विद्यार्थियों के लिए आने वाले दिनों में 15 से 20 किलोमीटर की दूरी में सीएम राइज स्कूलों को खोलने की हमारी योजना है। यह स्कूल साधन, सुविधा और गुणवत्ता के मामले में निजी स्कूलों को मात देंगे। और तो और विद्यार्थियों को शाला से घर तक लाने ले जाने के लिए वाहन भी उपलब्ध होगा। धनराशि के अभाव में किसी प्रतिभाशाली की पढ़ाई बीच में न छूटें। इसलिए सरकार द्वारा व्यवसाय पाठ्यक्रमों के लिए उच्च शिक्षा की फीस भी सरकार द्वारा प्रदान की जा रही है।
उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम का जिक्र करते हुए उनके व्यक्तित्व को प्रेरक बताया। जिन्होंने छोटे से ग्राम से निकलकर राष्ट्रपति के पद तक का सफर तय कर पद को गौरवान्वित किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चौहान ने कॉलेज के विद्यार्थियों को नए भवन और कैम्पस के लिए बधाई दी। इसके पूर्व उन्होंने परिसर में आम का पौधा भी रोपा। आरंभ में फीता काट और शिला पट्टिका का अनावरण कर महाविद्यालय भवन का लोकार्पण किया।
ज्ञात रहे कि जनजातिय बाहुल्य जिला झाबुआ में म.प्र. शासन द्वारा वर्ष 2015 में स्थापित डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम विश्वविद्यालय प्रौद्योगिकी संस्थान झाबुआ, राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (म.प्र. तकनीकी विश्वविद्यालय) भोपाल का घटक संस्थान है। इस संस्थान में चार इंजीनियरिंग ब्रांचे प्रस्तावित है, जिसमें से वर्तमान में दो ब्रांचे मैकेनिकल इंजीनियरिंग तथा कम्प्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग 60-60 सीटों के साथ संचालित है।
इंजीनियरिंग कॉलेज का नवनिर्मित विशाल परिसर ग्राम गडवाडा जिला झाबुआ में 14.44 हैक्टेयर भूमि(लगभग 36 एकड)पर लगभग 34.65 करोड की लागत से तैयार किया गया है। इंजीनियरिंग कॉलेज के परिसर में प्रशासनिक/शैक्षणिक भवन तथा बालक/बालिकाओं हेतु प्रथक से दो छात्रावास 108-108 सीट के निर्मित है। वर्तमान में संचालित दो ब्रांचो के अतिरिक्त आगामी सत्र से सिविल इंजीनियरिंग तथा इलेक्ट्रिकल/इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग ब्रांचे भी प्रारम्भ होगी। जिससे कुल चार ब्रांचो के साथ इंजीनियरिंग कॉलेज संचालित होगा। उक्त इंजीनियरिंग कॉलेज से जिले एवं आसपास के लगभग 1000 विद्यार्थी प्रत्येक वर्ष लाभान्वित होंगे। जिले में कुल 168 छात्रावास है जिसमे 12665 बालक/बालिकाये निवासरत है।
इस इंजीनियरिंग कॉलेज से पांच(05)बैच में उत्तीर्ण छात्र-छात्रायें लाभांवित होकर रोजगार, उच्च अध्ययन तथा स्टार्टअप के लिये अग्रसर है। वर्तमान में लगभग 500 विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे है। संस्था में शैक्षणिक कार्यो के अतिरिक्त विधार्थीयो के सम्पूर्ण विकास तथा औद्योगिक ज्ञान हेतु विशेषज्ञ लेक्चर, ट्रेनिंग, इंटर्नशिप तथा इत्यादी गतिविधिया भी संपन्न करायी जाती है। साथ ही जिले में आधुनिक शोध कार्यो द्वारा नवाचार किया जा रहा है जिससे जिले की विकास गति में वृध्दि होगी। इसके अतिरिक्त झाबुआ जिले में 07 महाविद्याओं में कुल 15000 विधार्थी अध्यनरत है। साथ ही जिले में एक पॉलिटेक्निक महाविद्याय है जिसमे 04 ब्रांचो में कुल 400 विधार्थी अध्यनरत है। जिले में 05 आईटीआई है जिसमे 09 ट्रेड्स संचालित होकर कुल 756 विधार्थी अध्यनरत है।