नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए आतंकी हमले की जांच NIA कर रही है। इस जांच में हमले को लेकर कई तरह के खुलासे हो रहे है। हाल ही में खुलासा हुआ है कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने पाकिस्तान में अपने हैंडलर्स को पुलवामा आतंकी हमले का वीडियो बनाने के लिए कहा था, जिसमें भारतीय जवानों के क्षत-विक्षत शःरीर दिखे।
जैश का वीडियो बनाने का मकसद कश्मीरी युवाओं को भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों में शामिल करने के लिए प्रेरित किया जा सके। हमले की जांच से जुड़े NIA अधिकारी के मुताबिक, अप्रैल 2018 में भारत में घुसपैठ करने वाले और पुलवामा हमले की साजिश में शामिल फारूख ने पाकिस्तान में अपने हैंडलर्स से भारतीय सैनिकों के क्षत-विक्षत शवों की वीडियो क्लिप तैयार करने के लिए कहा था।
NIA अदालत में दायर 13,800 पन्नों के आरोप पत्र में जैश चीफ मौलाना मसूद अजहर, उसके भाई अब्दुल रऊफ असगर और अम्मार अल्वी, मारे गए आतंकवादी मोहम्मद उमर फारूक के साथ 19 लोगों के नाम शामिल हैं।
गौरतलब है कि 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में CRPF के काफिले पर आतंकियों ने हमला कर दिया था, जिसमें हमारे करीब 40 जवान शहीद हो गए थे। अधिकारी के मुताबिक जैश आतंकवादी घाटी के युवाओं को अपनी आतंकी फैक्ट्री में शामिल करने के लिए आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार पर कश्मीरी भाषा में एक ऑडियो-वीडियो क्लिप बनाना चाहते थे, जिसने विस्फोटकों से भरी कार से 14 फरवरी 2019 को सुरक्षा काफिले की बस में टक्कर मार दी थी।