उच्च न्यायालय के आदेशों की अवेहलना और राजनीतिक संरक्षण के खिलाफ जैन समाज आंदोलित

RishabhNamdev
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इंदौर। भगवान बाहुबली दिगम्बर जैन ट्रस्ट गोमटगिरी के आव्हान पर समग्र जैन समाज की बड़ी बैठक लश्करी मंदिर गोराकुंड पर संपन्न हुई । बैठक में शहर के समग्र जैन समाज के करीब 150 मंदिरों के अध्यक्ष , मंत्री, प्रतिनिधियों , समाज के गणमान्य जनों व विभिन्न राष्ट्रीय संस्थाओं के पदाधिकारी उपस्थित थे ।

बैठक में उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना किए जाने व गुर्जर समाज के कतिपय लोगों को राजनीतिक संरक्षण के चलते पुलिस प्रशासन द्वारा अवैधानिक रूप से कब्जा कराए जाने के प्रयासों के खिलाफ पिछले कई माह से संघर्षरत जैन समाज अब आक्रोशित हो कर बड़े जन आंदोलन के लिए बाध्य होता दिखाई दे रहा है। इसी बात को लेकर समाजजनों की उपस्थिति में हुई बैठक में समाज का आक्रोश परिलक्षित होता दिखाई दिया। बैठक में सामूहिक रूप से निर्णय लिया गया कि अब समाज में खुलकर शासन द्वारा किए गए असहयोग को आम जनता में बताया जाए एवं उनके विरुद्ध जनमानस बनाने के लिए आंदोलन किया जाए।

प्रारंभ में ट्रस्ट अध्यक्ष भरत मोदी ने प्रारंभ से ले कर अब तक की स्थिति बताते हुए कहा की भगवान बाहुबली गोम्मटगिरी जैन तीर्थ क्षेत्र के लिए सन 1981 में तत्कालीन शासन द्वारा 12.49 एकड़ और सन् 1983 मे 53.11एकड इस प्रकार कुल 65.60 एकड भूमि जमीन लिज पर दी गई। उच्च न्यायालय,इंदौर द्वारा आदेशित किया गया था कि गोम्मटगिरि जैन तीर्थ क्षेत्र के लिए दी गई लीज डिड को रजिस्टर्ड करवाए और लीज नवीनीकरण की प्रक्रिया भी पूरी करें साथ ही गोमटगिरी ट्रस्ट को पर्याप्त पुलिस प्रोटेक्शन दिलाने की बात भी कही ताकि गोम्मटगिरी ट्रस्ट अपनी भूमि की बाउंड्री वॉल एवं मेन गेट बनवा सके.

क्या है विवाद ?

गोम्मटगिरी परिसर से लगे क्षेत्र पर एक मंदिर बना लिया गया जहां पर गुर्जर समाज के लोगों का आना-जाना शुरू हुआ। जिले के एक मंत्री के दबाव से गोमटगिरी की बनी हुई बाउंड्री वॉल को तोड़कर मंदिर में जाने का रास्ता देने के लिए ट्रस्ट पर अनुचित दवाब बनाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि उच्च न्यायालय ने गोमटगिरी की बाउंड्री वॉल बनाने की अनुमति प्रदान करते हुए प्रशासन को पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराने के आदेश दिए थे। मात्र 2 दिन पुलिस बल उपलब्ध कराया गया उसके बाद बिना कोई कारण बताए अचानक पुलिस बल हटा लिया गया। जिसे जैन समाज के विरोध के बाद स्टे करते हुए रोक दिया गया। समाज में इस को ले कर यह भी चर्चा है कि एक मंत्री के दवाब में पुलिस प्रशासन जहाँ उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना कर रहा है वहीँ अन्य पक्ष को अपने संरक्षण में अवैधानिक कब्जा कराने का प्रयास कर रहा है ।

मीटिंग में उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि स अहिंसा प्रेमी समाज़ अब एक सुचारू चरणबद्ध आंदोलन चलाएगा ।

पर्युषण पर्व “गोमट गिरी रक्षा” के नाम पर मनाए जाएंगे

बैठक में तय किया गया कि श्वेतांबर व दिगम्बर जैन समाज के पर्यूषण पर्व इस वर्ष गोमटगिरी रक्षा पर्युषण पर्व महोत्सव के रूप में 19 दिनों तक शहर के सभी जिनालयों और मंदिरों में मनाए जाएगा।

चरणबद्ध आंदोलन के अंतर्गत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नगर आगमन पर समाज घेराव करेगा। साथ ही पर्युषण पर्व के बाद विशाल विरोध रैली निकाली जाएगी ।

देश भर से संतो व समाज का व्यापक समर्थन

आंदोलन को ले कर देश भर से परम पूज्य संतो का आशीर्वाद व समर्थन मिल रहा है वही प्रदेश के विभिन्न जिलों से समाजजनों का व्यापक समर्थन मिल रहा है । बैठक में प्रमुख रूप से सामाजिक संसद अध्यक्ष नरेंद्र वेद , पूर्व अध्यक्ष कैलाश वेद , कमल सेठी ,सुरेंद्र बाकलीवाल , डी के जैन, सौरभ पाटोदी, एमके जैन , रिटायर्ड डीएसपी डीके जैन , प्रीतीपाल टोंग्या , प्रदीप बड़जात्या , नकुल पाटोदी , पिंकेश टोंग्या , सुशील पांड्या, संजय पाटोदी, अनिल जैनको , होलास सोनी , कीर्ति पांड्या , संजय बाकलीवाल , जैनेश झांझरी , पवन जैन , वीरेंद्र बड़जात्या , सुदीप जैन , प्रदीप गंगवाल , देवेंद्र सेठी, विजय कासलीवाल,महावीर जैन, मनोज अनामिका बाकलीवाल, प्रवीण खारीवाल , कमल रावका , अशोक पाटोदी , निलेश सेठी , पदम बाकलीवाल , स्वप्निल जैन, आदि ने अपने विचार रखे। सभा का संचालन मनीष अजमेरा ने किया । आभार ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष राजेंद्र गंगवाल ने माना ।