‘आईसीजे’ के इस फैसले से नाराज हुए नेतन्याहू, कहा- हम अपने लोगों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध

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गाजा में 2 महीने से इस्राइल द्वारा किए जा रहे हमले को लेकर अंतरराष्ट्रीय अदालत ने बड़ा फैसला दिया है। आइसीजे ने अपने बयान में कहा कि गाजा में हो रहे नरसंहार को रोकने और नुकसान को कम करने के लिए प्रयास करना चाहिए । अंतरराष्ट्रीय अदालत के फैसले के बाद इस्राइल ने अदालत की आलोचना की। इस्राइल ने फैसले को अपमानजनक बताया है। इस्राइल ने कमस खाई है कि देश की सुरक्षा के लिए जो भी आवश्यक है, वह किया जाएगा।

बता दें, दक्षिण अफ्रीका ने गाजा में इस्राइल के हमलों को नरसंहार बताते हुए अदालत का रुख किया था। अफ्रीका ने अदालत से अनुरोध किया था कि जल्द से जल्द गाजा में जारी इस्राइली हमलों पर रोक लगाई जाए। वही मामले को लेकर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका इन आरोपों से बेहद परेशान है, कि यूएनआरडब्ल्यूए के बारह कर्मचारी सात अक्टूबर को इज़राइल पर हमले करने में शामिल हो सकते हैं।

वहीं आइसीजे के इस फैसले पर इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने को कहा, कि हम अपने लोगों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारे लोगों और देश की सुरक्षा के लिए जो भी आवश्यक कदम होंगे हम उठाएंगे। हर देश की तरह इस्राइल को भी अपनी अखंडता की रक्षा करने का बुनियादी अधिकार है।

जानकारी के मुताबिक हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत ने कहा कि फलस्तीनी इलाके में हो रही मौत और नुकसान को कम करने के लिए इस्राइल को हरसंभव प्रयास करने चाहिए। दरअसल दक्षिण अफ्रीका आईसीजे में याचिका दायर की थी जिसमे कहा था कि 1948 में नरसंहार पर अंकुश के लिए संयुक्त राष्ट्र में समझौते को स्वीकृति दी गई थी। इस्राइल ने इसका उल्लंघन किया है।