Israel Hezbollah War: इजराइल ने हाल के दिनों में लेबनान पर लगातार हवाई हमले किए हैं, जिसके परिणामस्वरूप वहां स्थिति अत्यंत गंभीर हो गई है। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इन हमलों में अब तक करीब 2,000 लोगों की जान जा चुकी है। मृतकों में 127 बच्चे और 261 महिलाएं भी शामिल हैं।
Israel Hezbollah War: विस्थापन और मानवीय संकट
इन हमलों के चलते करीब 12 लाख लोग अपने घरों से विस्थापित हो गए हैं। विशेषकर बेरूत के दक्षिणी क्षेत्रों में हमले जारी हैं, जिससे नागरिकों की जिंदगी पर गहरा प्रभाव पड़ा है। यह विस्थापन एक गंभीर मानवीय संकट का निर्माण कर रहा है।
Israel Hezbollah War: गाजा और वेस्ट बैंक में हमले
इजराइल ने गाजा और वेस्ट बैंक में भी अपने हमले जारी रखे हैं। हाल ही में, वेस्ट बैंक के तुल्करम शरणार्थी शिविर पर किए गए हवाई हमले में हमास का एक कमांडर मारा गया, जिसमें कम से कम 18 लोग भी अपनी जान गंवा बैठे।
Israel Hezbollah War: हिजबुल्लाह प्रमुख का अंतिम संस्कार
इजरायली हमले में मारे गए हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह का अंतिम संस्कार सार्वजनिक रूप से आयोजित नहीं किया गया। यह जानकारी टाइम्स ऑफ इजराइल से मिली, जिसमें कहा गया है कि नसरल्लाह को गुप्त रूप से दफनाया गया है। ऐसा करने के पीछे का कारण यह बताया गया है कि हिजबुल्लाह को डर था कि इजराइल अंतिम संस्कार में शामिल होने वाली भीड़ पर हमला कर सकता है।
Israel Hezbollah War: इजरायली सेना की कार्रवाई
इजरायली सेना ने पिछले 4 दिनों में लेबनान में 2,000 से अधिक सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है और 250 हिजबुल्लाह आतंकवादियों को मारा है। आईडीएफ ने हिजबुल्लाह के कई उच्च पदस्थ अधिकारियों को लक्ष्य बनाने का दावा किया है। इन हमलों में हिजबुल्लाह के सदस्यों के साथ-साथ बड़ी संख्या में लेबनानी नागरिक भी प्रभावित हुए हैं।
Israel Hezbollah War: जमीनी संघर्ष की चुनौतियाँ
इजरायली सेना के हवाई हमलों के बीच, जमीनी हमलों के लिए सीमा पर बढ़ती इजरायली सेना को हिजबुल्लाह लड़ाकों से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में 3 अक्टूबर को हिजबुल्लाह के साथ झड़प में 8 इजरायली सैनिक मारे गए, जो संघर्ष की तीव्रता को दर्शाता है।
इन सभी घटनाक्रमों से यह स्पष्ट है कि लेबनान में स्थिति अत्यंत चिंताजनक है, और इजराइल के हमलों का मानवीय और राजनीतिक प्रभाव व्यापक है। स्थिति की निरंतरता और बढ़ती हिंसा के बीच, अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा की जा रही है।