इंदौर। महापौर पुष्यमित्र भार्गव द्वारा शहर के समस्त 85 वार्डाे के समग्र विकास व कार्य योजना के लिये वार्ड मास्टर प्लान तैयार करने के संबंध में महापौर सभाकक्ष में शहर के विभिन्न आर्किटेक्ट के साथ बैठक ली गई। बैठक मे महापौर परिषद सदस्य राजेश उदावत, अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर, अधीक्षण यंत्री सुनिल गुप्ता, आर्किटेक्ट व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इंदौर की प्लानिंग की दृष्टि से बजट प्रस्तावित किया गया है, उसमें इंदौर को सोलर सीटी व डिजिटल सीटी बनाना मुख्य है। इसके साथ ही आज शहर के समस्त 85 वार्डाे में से शहर के आउटर क्षेत्र में स्थित 10 वार्डो को स्मार्ट वार्ड बनाने के उददेश्य से शहर के आर्किटेक्ट व अधिकारियो के साथ बैठक ली गई, जिसमें वार्डाे के अलग-अलग मास्टर वार्ड प्लान बनाया जावेगा, ताकि कार्य सुविधा की दृष्टि से क्यां कार्य वार्ड में शेष है, क्यां कार्य किये गये है, ताकि इंदौर के वार्डाे को मास्टर प्लान बनाने के साथ ही डिजिटल वार्ड भी बनाया जा सके, जिसमें प्रथमतः वार्ड के मास्टर प्लान तैयार करने के दौरान वर्तमान में उक्त वार्ड क्षेत्र में कहा-कहां सीवरेज लाईन, स्टॉम वॉटर लाईन, पानी की लाईन, कनेक्टेड वार्ड से लाईन मौजूद है, ताकि उसके आधार पर आवश्यकतानुसार रोड का निर्माण किया जा सके। इस संबंध में प्रेजेटेशन के माध्यम से वार्ड 82 का मास्टर प्लान मॉडल के रूप में बताया गया कि किस प्रकार से प्रत्येक वार्ड का मास्टर प्लान तैयार किया जावेगा।
साथ ही शहर के 85 वार्डाे का अलग-अलग प्रकार से मास्टर प्लान बनाकर कार्य सुविधा की दृष्टि से आवश्यक कार्यों की दृष्टि से चाहे नगर निगम का निर्णय लेना हो चाहे पार्षदों को निर्णय लेना हो या जनता को पता हो कि हमारे वार्ड में क्या काम बचे हैं इसके लिए हम काम कर रहे हैं वार्ड 82 में इसका एक ट्रायल मॉडल बनाकर देखा है इसी लाइन पर और इसी तर्ज पर बढ़ते हुए डिजिटलाइजेशन का उपयोग करते हुए आगे बढ़ेंगे और इसी दृष्टि से इसका प्लान बनाया है।
महापौर भार्गव ने कहा कि इंदौर के वार्डाे के बेहतर विकास के लिये वर्तमान में शहर के समस्त 85 वार्डाे के मास्टर प्लान तैयार करने के दौरान वर्तमान में वार्ड का क्षेत्रफल, जनसंख्या के साथ ही वार्ड में स्थित रोड, सीवरेज लाईन, पेयजल लाईन, स्टॉम वॉटर लाईन, उद्यान, शासकीय भूमि, ग्रीन बेल्ट, स्कुल, कॉलेज, व्यवसायिक संस्थाऐं, फुटपाथ आदि की स्थिति क्यां है, किस मोड पर कार्य किया गया है, रोड नेटवर्क कनेक्टीविटी, सीवरेज कनेक्टीविटी, मेजर रोड, सर्विस रोड की स्थिति, पार्किंग व्यवस्था, लोक परिवहन कनेक्टीविटी आदि का सर्वे किया जाकर डाटा तैयार करना है, ताकि वार्ड में किसे जाने वाले विकास कार्य करने में सहयोग