इंदौर 07 जनवरी, 2022
स्कूल छोड़ने वाले बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा में शामिल करने तथा उनके रोजगार की व्यवस्था के लिये नई शिक्षा नीति के तहत उन्हें विभिन्न ट्रेड का निशुल्क कौशल प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसके लिये इंदौर जिले के 6 शासकीय विद्यालयों का चयन स्किल हब प्रशिक्षण योजना के तहत किया गया है। इन स्कूलों में चयनित विद्यार्थियों को वर्तमान आवश्यकता के अनुसार रोजगारमूलक प्रशिक्षण दिया जायेगा।
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जिला शिक्षा अधिकारी श्री मंगलेश व्यास ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत इंदौर जिले के 6 शासकीय विद्यालयों में प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई है। इसमे से शासकीय उत्कृष्ट बाल विनय मंदिर, अहिल्या आश्रम क्रमांक-एक और क्रमांक-दो, मालव कन्या विद्यालय मोती तबेला में बच्चों को जूनियर साफ्टवेयर डेवलपर तथा महू के उत्कृष्ट विद्यालय में फील्ड टेक्निशियन तथा जनरल ड्यूटी असिसटेंट और देपालपुर के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में जनरल ड्यूटी असिसटेंट ट्रेड प्रशिक्षण दिया जायेगा।
व्यास ने बताया कि व्यावसायिक शिक्षा से पायलेट प्रोजेक्ट के तहत स्किल हब के रूप में स्कूलों को विकसित किया जा रहा है। स्किल हब प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का ही भाग है। यह प्रशिक्षण विद्यालयीन समय के पश्चात विद्यालय में अध्ययनरत विद्याथियों के अतिरिक्त स्कूल छोड चुके बाहरी बच्चों के लिए भी रहेगा। यह प्रशिक्षण पूरी तरह निःशुल्क रहेगा। प्रत्येक कौशल हब विद्यालयों में प्रत्येक ट्रेड में कम से कम 20 बच्चों का चयन किया जाएगा। प्रत्येक बैच में अधिकतम 40 प्रशिक्षणार्थियों को रखा जाएगा। प्रशिक्षण की अवधि अधिकतम 6 माह की होगी। इस प्रोजेक्ट में नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन मार्गदर्शन करेगी।