इंदौर – बच्चो के मन में पुलिस और उसके काम करने के तरीके को लेकर काफी जिज्ञासा रहती है। इसी क्रम में आज पुलिस थाना छोटी ग्वालटोली देखने पहुंचे स्कूली बच्चों ने कई सवाल पुलिस से किए। वे देखना चाहते थे की आरोपियों को कहा रखा जाता है।
14 नवंबर बाल दिवस के तहत महिला बाल विकास विभाग और यूनिसेफ व प्रशासन द्वारा बाल अधिकार सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इसमें बच्चो को थाने का विजिट करवाया जा रहा है। इसी कड़ी में शनिवार को आरएनबी गुजराती स्कूल के 9 वी कक्षा के बच्चे छोटी ग्वालटोली थाने पर पहुंचे। थाना प्रभारी सविता चौधरी और उप निरीक्षक टीना लाड शुक्ला ने बच्चो को थाना दिखाया। बच्चो के मन में थाना देखने का बहुत उत्साह था। उनके साथ स्कूल टीचर भी मौजूद रहे।
एक बच्चे ने पूछा की थाने में आरोपियों को कहा रखा जाता है। तक उन्हें हवालात दिखाई गई। वो देखकर बच्चे कोतूहल वश काफी देर तक उसे देखते रहे। फिल्मों में जो हवालात दिखाई जाती है उससे ये काफी अलग थी। उन्हें बताया गया की यहां जिन आरोपियों को रखा जाता है उन पर पूरी नजर रखी जाती है। एक बच्चे ने पूछा की थाने पर शिकायत की सुनवाई कैसे की जाती है, धाराएं क्या क्या होती है। उसे उप निरीक्षक टीना लाड शुक्ला ने इस बारे में पूरी जानकारी दी। कुछ बच्चो ने सवाल किए की पुलिस में भर्ती कैसे हो सकते है, वे लोग पुलिस में काम करना चाहते है।
थाने पर सहायक उप निरीक्षक (एम) बलराम दुबे ने मलखाने, प्रआर शैलेंद्र बैस ने विवेचक कक्ष, आर्म्स रूम, ड्यूटी अधिकारी का काम और महेंद्र व जितेंद्र ने सीसीटीएनएस की जानकारी बच्चो को दी। पूरे थाने का विजिट कर बच्चे काफी देर तक पुलिस की कार्यप्रणाली को समझते रहे और काफी उत्साहित दिखे।