इंदौर: देशभर में कोरोना महामारी से हाहाकार मचा हुआ है, मरीजों को न तो अस्पतालों में जगह मिल रही है और न ही शमसानो में लाशों को अंतिम संस्कार की जगह मिल रही है, लेकिन इस दुःख की घड़ी में भी कुछ लोग हरकतों से बाज़ नहीं आ रहे है, दरअसल हम इस महामारी से लड़ने वाले एकमात्र शस्त्र रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाज़ारी की बात कर रहे है, जी हां इंदौर में कोरोना संक्रमण तांडव मचा रहा है ऐसे में क्राइम ब्रांच दवाओं और इंजेक्शन की कालाबाजारी पर नजर रखे हुए है, और आज उन्होंने एक बड़ी सफलता प्राप्त की है।
बता दें कि आज क्राइम ब्रांच ने नकली रेमेडेसीवीर इंजेसक्शन मामले में एक युवक को पकड़ा है साथ ही इस शख्स के साथ रेमडेसिविर की बड़ी खेप भी हाथ लगी है, जिसमे क्राइम ब्रांच को शक है कि ये इंजेक्शन नकली हो सकते है, इस मामले में पुलिस ने खंडवा रॉड से डॉ विनीत त्रिवेदी नामक युवक को गिरफ्तार
किया है।
शहर में एक ओर इंजेक्शन को लेकर मरीजों के परिजन परेशान है और दूसरी ओर इन दवाओं की कालाबाज़ारी भी की जा रही है, ऐसे में क्राइम ब्रांच इस पुरे मामले की खोज बिन खुद कर रही है और आज मिली इस सफलता के बाद क्राइम ब्रांच के ASP गुरुप्रसाद पाराशर ने पुष्टि की है और बताया है कि पेटी में 400 इंजेक्शन मिले हैं। जिन पर रेमडेसिविर का लेवल लगा हुआ था। लेकिन इनके नकली होने का अंदेशा है। इस मामले की जानकारी जिला प्रशासन और ड्रग विभाग को दी गई है और इन इंजेक्शनों के नकली होने की जाँच की जा रही है।