इंदौर। सम्मेदशिखर तीर्थ को पर्यटन स्थल बनाने के निर्णय से जैन समाज का आक्रोश भारत बंद के साथ इंदौर की सड़क पर दिखा। जैन समुदाय के भारत बंद आह्वान को इंदौर के अनेक व्यापरिक संगठनों और धार्मिक समाज की ओर से मिला। जैन समाज के लोग कांच मन्दिर पर सुबह 9 बजे से एकत्रित होने लगे और सरकार को जगाने झुकाने के लिए बड़ी चेतवानी के साथ शहर के मध्य बाजारों में बड़ी संख्या में जुलूस रैली की तोर पर निकला। रैली को अनेक व्यवसायिक संगठनो ने व्यापक समर्थन देकर जैन महाबंद को 1 बजे तक समर्थन दिया।
इस अवसर प नाकोडा जैन कांफ्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अक्षय जैन ने पत्रकारों को कहा कि हम अहिंसापंथी होकर भारत के खजाने भरने वाले समुदाय वाले है । हमने अयोध्या में मन्दिर बनाने में साथ दिया अभी मथुरा काशी में साथ दे रहे है लेकिन सम्मेदशिखरजी पालीताना जी सहित जैन तीर्थ के अधिकार पर आक्रमण बर्दाश्त नही करेंगे।
सरकार आज ही आंकलन कर ले अगर काला कानून वापस नही लिया तो सरकार नही चलेगी। समाज के वरिष्ठ नकुल पाटौदी ने कहा कि सरकार की नीति नियत बदलने के लिए अब हम याचक नही बनेंगे किसी के पास नही जायेगे अब जैन समाज अपनी बात सड़क से वोट के जरिये करेगा। सरकार नही मानी तो 2024 में वोट की ताकत दिखा देंगे।
इस अवसर पर जिनेश झांझरी ओर नरेंद्र वेद ने कहा कि जैन समाज एकजुटता से इस आंदोलन को अंतिम निर्णय तक लड़ेगा। सरकार में बैठे लोगों तीर्थ को पर्यटन स्थल बनाने की कुबुद्धि जहां से भी मिली हो अब विनाश कारी साबित होगी। रैली में बड़ी संख्या में महिला युवा तरुणाई का जोश और गगनभेदी नारे लगते रहे