इंदौर। क्रांतिसूर्य टंट्या मामा के बलिदान दिवस के अवसर पर आज राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर के भंवरकुंआ चौराहा पर क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या मामा की आदमक़द प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर सांसद विष्णुदत्त शर्मा विशेष रूप से मौजूद थे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्यपाल मंगुभाई पटेल दिनरात जनता के लिये काम करते हैं। मैं उनका आभारी हूं। उन्होंने कहा कि टंट्या मामा अंग्रेजों के ख़िलाफ़ लड़ाई के नायक थे। अंग्रेज पुलिस टंट्या मामा के नाम से कांपती थी। अंग्रेजों ने केवल टंट्या मामा को पकड़ने के लिये विशेष पुलिस बनायी थी। टंट्या मामा देश की स्वतंत्रता के लिये लड़ रहे थे। टंट्या मामा शोषण करने वालों के घोर विरोधी थे। वे अपने साथी की गद्दारी के कारण पकड़े गये। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद टंट्या भील के बलिदान को हम कभी विस्मृत नहीं कर सकते। खेद का विषय है कि आजादी के बाद की सरकारों ने जनजातीय नायकों के योगदान को महत्व नहीं दिया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने आगे कहा कि पातालपानी रेलवे स्टेशन का नाम टंट्या मामा रेलवे स्टेशन हो गया है। साथ ही भंवरकुंआ चौराहा का नाम भी आज से टंट्या भील चौराहा रखा गया है। टंट्या मामा के स्मारक बनाये जा रहे हैं। इंदौर दुनिया का जाना माना शहर है। उन्होंने इस बात के लिए इंदौर वासियों की सराहना की कि उन्होंने अपने हृदय स्थल भंवरकुएं में टंट्या मामा की प्रतिमा के लिए स्थान दिया और चौराहे का नामकरण भी उनके नाम पर हुआ।
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इस अवसर पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, मालिनी गौड़, डॉ. निशांत खरे, सुदर्शन गुप्ता, मधु वर्मा, प्रमोद टंडन, कृष्णमुरारी मोघे, सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा एवं अन्य अधिकारीगण तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।