इंदौर : केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे ने आज इंदौर में आयोजित एक दिवसीय इंदौर कॉन्क्लेव की अध्यक्षता की। इंदौर कॉन्क्लेव का आयोजन एमएसएमई मंत्रालय द्वारा सेमिनार सह प्रदर्शनी के रूप में किया गया। केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री नारायण राणे ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।
कॉन्क्लेव का उद्देश्य उद्यमिता को बढ़ावा देना और समाज के सभी वर्गों, विशेष रूप से युवा एवं महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित करना था। कार्यक्रम में विभिन्न इंडस्ट्री एसोसिएशन द्वारा केंद्रीय मंत्री का स्वागत किया गया। केंद्रीय मंत्री ने जोर देकर कहा कि कॉन्क्लेव एमएसएमई क्षेत्र के सभी हितधारकों के साथ एक आउटरीच कार्यक्रम है।
केंद्रीय मंत्री ने मंत्रालय के विभिन्न घटकों (एमएसएमई विकास कार्यालय- इंदौर, खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग, कॉयर बोर्ड, इंडो- जर्मन टूल रूम तथा राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम) की पिछले 9 वर्षों की प्रगति की चर्चा करते हुए गुरु- शिष्य परंपरा को आगे बढ़ने वाले विश्वकर्माओं से लेकर चंद्रयान तक के सफर में एमएसएमई मंत्रालय के योगदान पर बल दिया। साथ ही ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया। ‘सभी को तरक्की का हक़ है’ पर बल देते हुए समस्त नवउद्यमियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम में सांसद शंकर लालवानी द्वारा ‘वोकल फॉर लोकल तथा स्वदेशी अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। कॉन्क्लेव में एमएसएमई मंत्रालय की जॉइंट सेक्रेटरी मर्सी एपाओ तथा अतिरिक्त विकास आयुक्त अश्विनी लाल मौजूद थीं। प्रदर्शनी में विश्वकर्माओं के स्टॉल खास आकर्षण बने।