इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव के आग्रह पर ग्लोबल फोरम फॉर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट की टीम इंदौर को सोलर सिटी बनाने के लिए सुझाव देने कांफ्रेंस में पहुंची।
जीएफआईडी से राजेश सिंघानिया और किशोर पारीक ने अपने अपने सुझाव दिए। उसके बाद एक लेटर संस्था के अध्यक्ष दीपक भंडारी ने आदरणीय महापौर महोदय को दिया जिसमें निम्न बातों का उल्लेख किया गया …
यदि कोई व्यक्ति व्यवसाय या संस्था अपनी खुशी से सोलर सिस्टम को अपनाना चाहिए तो उसे प्रॉपर्टी टैक्स में 50 परसेंट की छूट मिले। ग्रीन बिल्डिंग सर्टिफिकेट के अंतर्गत किसी भी परिसर में एक्स्ट्रा बिल्ट अप एरिया मिले ,कचरा कलेक्शन चार्ज पर छूट मिले, सोलर इक्विपमेंट पर कम रेट पर लोन मिले। हर 3 माह में लकी ड्रॉ निकाले और व्यक्ति को पुरस्कार देवें। एमपीईबी के फिक्स चार्ज कम होने चाहिए। आवासीय और व्यवसायिक परिसरों के लिए सोलर हाइब्रिड सिस्टम लागू किया जाए। मल्टीस्टोरी में वाटर पंपिंग मोटर लिफ्ट तथा एक्स्ट्रा लाइटिंग सभी सोलर से कंपलसरी किया जाए। नक्शा पास करते समय या इलेक्ट्रिसिटी मीटर लगवाते समय सोलर सिस्टम लगवाने वालों को पेमेंट में छूट दी जाए एवं सब्सिडी दी जाए। 10 किलो वाट के कनेक्टेड लोड का ऑडिट कंपलसरी किया जाना चाहिए। लीज रेंट में रिबेट ,सोलराईजेशन के पूर्व शहर के सभी क्षेत्रों में ट्रांसफार्मरों की क्षमता ओं को बढ़ाना होगा।
यदि उपरोक्त बातों का समावेश नगर निगम के द्वारा इंदौर के सोलरीकरण के तारतम्य में किया जाए तो बहुत ही जल्द हम देश के सबसे स्वच्छ शहर को देश की पहली सोलर सिटी के रूप में प्रतिष्ठित कर पाएंगे।