22-26 फरवरी, 2024 तक, इंडियावुड का 13वां संस्करण बैंगलोर अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी केंद्र, बेंगलुरू में व्यापक रूप से लकड़ी और फर्नीचर उत्पादन प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन करेगा। 75,000 वर्गमीटर तक फैले प्रदर्शनी क्षेत्र के इस कार्यक्रम में 50 से अधिक देशों की 950 से अधिक कंपनियां और 75,000 से अधिक व्यापार आगंतुक भाग लेंगे। यह कार्यक्रम नवीनतम नवाचारों और प्रौद्योगिकी की झलक पेश करने के साथ अद्वितीय नेटवर्किंग का अवसर प्रदान करेगा।
इंडियावुड 2024, आयोजन के इतिहास में सबसे बड़ा, यह कार्यक्रम दुनिया भर से उद्योग जगत के नेताओं, प्रौद्योगिकी आपूर्तिकर्ताओं और खरीदारों को एक साथ लाएगा। इसमें विशेषज्ञों और विचारकों के नेतृत्व में सेमिनारों, कार्यशालाओं और पैनल चर्चाओं की एक विस्तृत श्रृंखला भी शामिल रहेगी। इस आयोजन में विशेषज्ञों और विचारकों के नेतृत्व में सेमिनारों, कार्यशालाओं और पैनल चर्चाओं की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल होगी। उपस्थित लोगों को उभरते उद्योग रुझानों, टिकाऊ प्रथाओं और नवीन प्रौद्योगिकियों में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
सह-स्थित कार्यक्रमों में इंडिया मैट्रेसटेक एंड अपहोल्स्ट्री सप्लाइज एक्सपो के साथ-साथ वुड+ इन आर्किटेक्चर एंड डिजाइन और सरफेस इन मोशन इंडिया शामिल होंगें। वुडवर्किंग और फर्नीचर विनिर्माण प्रौद्योगिकी के लिए दुनिया के सबसे बड़े आयोजन के रूप में , इंडियावुड 2024 अपने रिकॉर्ड-ब्रेकिंग प्रारूप में इस क्षेत्र के भविष्य के रुझानों को परिभाषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इंडियावुड लगातार संपूर्ण वुडवर्किंग और फ़र्निचर विनिर्माण क्षेत्र में उत्पाद, समाधान और सामग्री उपलब्ध कराता है, जो आगंतुकों के लिए सबसे क्यूरेटेड प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करता है।
भारतीय फर्नीचर विनिर्माण उद्योग के लिए वैश्विक अवसर हाल ही में भारत सरकार ने एकल परमिट के माध्यम से देश भर में वन वस्तुओं के निर्बाध पारगमन को सुविधाजनक बनाने के लिए राष्ट्रीय पारगमन पास प्रणाली (एनटीपी) की शुरुआत की है, जिससे निस्संदेह रूप से व्यापार करने में आसानी होगी साथ ही यह संपूर्ण मूल्य श्रृंखला को प्रोत्साहित करेगा। इसके अलावा, स्थायी वन प्रबंधन और कृषि वानिकी प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए भारतीय वन और लकड़ी प्रमाणन योजना “प्रमाण” भारत के लकड़ी-आधारित उत्पादों, विशेष रूप से फर्नीचर की निर्यात क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
20-25% की मिश्रित वार्षिक वृद्धि दर के साथ भारतीय फ़र्निचर बाज़ार का मूल्य $32 बिलियन आंका गया है, जिसमें निर्यात की संभावना बहुत अधिक है क्योंकि भारत का विश्व बाजार में केवल 5 प्रतिशत हिस्सा है। फर्नीचर का निर्यात वित्त वर्ष 2013-14 में 1952 करोड़ रुपये (26 मिलियन अमेरिकी डॉलर) से बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 में 6790 करोड़ रुपये (820 मिलियन अमेरिकी डॉलर) हो गया जो कि 248% की वृद्धि है।
इसके अतिरिक्त, तमिलनाडु में अंतर्राष्ट्रीय फर्नीचर पार्क जैसे फर्नीचर हब के निर्माण के साथ-साथ कर्नाटक, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश में आगामी अंतर्राष्ट्रीय फर्नीचर क्लस्टर/पार्क विकसित किए जा रहे हैं। ये कारक भारत में ‘लकड़ी और फर्नीचर उत्पादन’ उद्योग के लिए शुभ संकेत हैं। इस क्षेत्र से भारत के निर्यात के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने, स्थानीय मांग को पूरा करने और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में जबरदस्त प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है।
“भारत में वुडवर्किंग और फर्नीचर विनिर्माण उद्योग की संभावनाओं और आकांक्षा को रेखांकित करने में इंडियावुड 2024 महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।” न्यूर्नबर्गमेस्से इंडिया की प्रबंध निदेशक सोनिया पराशर ने कहा, “आगामी संस्करण न केवल अब तक का सबसे बड़ा संस्करण है, बल्कि यह उत्पादन की मात्रा और प्रौद्योगिकी में हुई इस क्षेत्र की व्यापक प्रगति को भी दर्शाता है।
उद्योग हितधारकों के लिए रुझान और नवाचार को परिभाषित करने का केंद्र -संपूर्ण भारत और पड़ोसी देशों जैसे नेपाल, भूटान, श्रीलंका, मध्य पूर्व और अन्य अंतरराष्ट्रीय देशों के फर्नीचर और रसोई निर्माता, आर्किटेक्ट, इंटीरियर डिजाइनर, लकड़ी व्यापारी, आरा मिलर्स, बिल्डर्स, ठेकेदार, हार्डवेयर वितरक, डीलर, इस 5 दिवसीय मेगा इवेंट का हिस्सा होंगे। जर्मनी, इटली, फ्रांस, मलेशिया, अमेरिका, तुर्की सहित अंतर्राष्ट्रीय देशों का प्रतिनिधित्व आधिकारिक मंडपों द्वारा किया जाएगा।
सीएनसी मशीनों, स्वचालन और डिजिटल डिजाइन सॉफ्टवेयर जैसी उन्नत तकनीकों की मदद से लकड़ी के काम और फर्नीचर निर्माण में सटीकता, दक्षता और रचनात्मकता को नए स्तर पर पहुंचा दिया है। शहरीकरण और कॉम्पैक्ट रहने की जगहों के बढ़ने के साथ, मॉड्यूलर, बहुक्रियाशील और जगह बचाने वाले फर्नीचर की मांग बढ़ गई है। भारतीय निर्माता वैश्विक डिजाइन रुझानों को ध्यान में रखते हुए ऐसे उत्पाद तैयार कर रहे हैं जो अंतरराष्ट्रीय मानकों और सौंदर्यशास्त्र के अनुरूप हैं।
इंडियावुड 2024 का शो उभरती प्रौद्योगिकियों और रुझानों का प्रतिबिंब होगा, जो आगंतुकों को आवश्यक क्षेत्र के विषयों का पता लगाने, नवीन विचारों का आदान-प्रदान करने और नए संपर्कों के साथ संबंधों को बढ़ावा देने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगा।
यूमाबॉइस (यूरोपीय फेडरेशन ऑफ वुडवर्किंग मशीनरी मैन्युफैक्चरर्स, एससीएम समूह के महाप्रबंधक और एससीएम वुड डिवीजन के निदेशक) के अध्यक्ष लुइगी डी विटो भारतीय बाजार और उद्योग के विस्तार को लेकर उत्साहित हैं,
“भारतीय बाजार वैश्विक मांग के साथ बढ़ रहा है और उच्च तकनीक समाधान और एकीकृत सिस्टम पेश करने के लिए पूरी तरह से तैयार है तथा विशेष रूप से ऐसी विनिर्माण कंपनियों की जरूरतों के अनुरूप हैं जो अपने उत्पादन प्रदर्शन में सुधार और वृद्धि करना चाहते हैं। तदनुसार, ऐसा माना जा रहा है कि यह यूरोपीय और भारतीय विनिर्माण को गहरा करने का एक अनूठा अवसर है, जो आगे चलकर उनकी साझेदारी, व्यापार, डिजिटलीकरण और स्थिरता के संदर्भ में आगामी औद्योगिक एजेंडे को आकार देगा।”
एक मजबूत समर्थन कार्यक्रम समवर्ती रूप से आयोजित इंडिया मैट्रेसटेक + अपहोल्स्ट्री सप्लाई एक्सपो (आईएमई) में मैट्रेस उत्पादन मशीनरी और आपूर्ति, मैट्रेस फिनिशिंग मशीनरी और आपूर्ति, उत्पादन उपकरण, असबाब उत्पादन प्रौद्योगिकी, बेड सिस्टम, नई सामग्री आदि के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकी प्रदर्शित की जाएगी। 24 फरवरी को आयोजित होने वाला एक दिवसीय सम्मेलन ‘वुड+ इन आर्किटेक्चर एंड डिज़ाइन (डब्ल्यूएडी)’ का तीसरा संस्करण पैनल चर्चाओं, विशेषज्ञ प्रस्तुतियों के माध्यम से आर्किटेक्ट्स, स्ट्रक्चरल इंजीनियरों, डिजाइनरों और मास-टिम्बर निर्माताओं को एक साथ लाएगा। साथ ही इसमें एक निर्माण सामग्री के रूप में लकड़ी के अनुप्रयोग का दिलचस्प अध्ययन देखने को मिलेगा। www.w-a-d.in
नवीनतम लॉन्च, सरफेस इन मोशन, 23 फरवरी को आयोजित किया जाएगा, जहां शीर्ष वक्ता लकड़ी-आधारित सामग्रियों के लिए सजावटी सतहों पर नवीनतम विषय प्रस्तुत करेंगे। इस संदर्भ में, यूरोप और भारत के प्रसिद्ध विशेषज्ञयों द्वारा सजावट डिजाइन, सतही प्रौद्योगिकियाँ, उत्पादन प्रक्रियाएँ और रुझान जैसे नवीनतम विषयों को प्रस्तुत किया जाएगा। आयोजन के प्रभाव को लेकर न्यूर्नबर्गमेस्से इंडिया के समूह निदेशक श्री शिवकुमार वेणुगोपाल ने संक्षेप में कहा, “इंडियावुड, उद्योग के विकास के लिए उत्प्रेरक के रूप में वुडवर्किंग और फर्नीचर उत्पादन के परिदृश्य को अधिक प्रभावशाली बनाता है। इसका प्रभाव तकनीकी प्रगति, सहयोगात्मक प्रगति और उद्योग के भविष्य को आकार देने के लिए निरंतर प्रतिबद्धत है।”