भारत के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने ट्विटर अकाउंट से वीडियो को शेयर किया है जिसमें भारतीय रेलवे का भविष्य कही जाने वाली वंदे भारत ने एक ट्रायल रन के दौरान 180 किमी प्रति घंटे की गति का नया रिकॉर्ड बनाया है। इसे भारतीय रेलवे की नई कामयाबी तौर पर देखा जा रहा है।
दरअसल रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए अश्विनी वैष्णव ने ट्विटर पर लिखा, “आत्मनिर्भर भारत की रफ़्तार…” बता दें वंदे भारत ट्रेन को शताब्दी के विकल्प के तौर पर लाया जा रहा है। इस ट्रेन की क्षमता 200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार की है। हालांकि, इसके लिए अनुकूल ट्रैक और ग्रीन सिग्नल की अत्यंत आवश्यकता होती है।
आत्मनिर्भर भारत की रफ़्तार… #VandeBharat-2 at 180 kmph. pic.twitter.com/1tiHyEaAMj
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) August 26, 2022
वही नई वंदे भारत ट्रैन में 16 कोचों के साथ शताब्दी एक्सप्रेस के समान यात्री एक साथ सफर कर सकेंगे। ट्रैन में दोनों सिरों पर ड्राइवर केबिन हैं। वंदे भारत एक्सप्रेस पूरी तरह से वातानुकूलित ट्रेन है। रेलवे इस ट्रेन से यात्रियों को आरामदायक और सुरक्षित यात्रा प्रदान करने का दावा करता है।
भारतीय रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक, यह ट्रायल रन कोटा-नागदा सेक्शन पर शुरू हुआ। ट्रायल रन पूरा होने के बाद इसकी रिपोर्ट रेलवे सेफ्टी कमिश्नर को भेजी जाएगी। सुरक्षा आयुक्त से हरी झंडी मिलने के बाद नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन दूसरे नए रूट पर चलने लगेगी।
अगस्त 2023 तक 75 ट्रैन का लक्ष्य रखा गया
बताया जा रहा है कि नई ट्रेन अहमदाबाद और मुंबई के बीच चलाई जा सकती है। नई ट्रेनों में यात्रा को सुरक्षित और अधिक आरामदायक बनाने के लिए ऑटोमेटिक फायर सेंसर, सीसीटीवी कैमरे और जीपीएस सिस्टम लगे होंगे। इन ट्रेनों की अधिकतम गति 180 किमी/घंटा तक है। ICF ने अगस्त 2023 तक 75 वंदे भारत ट्रेनों के निर्माण का लक्ष्य रखा है।