Chhatrapati Shivaji Maharaj Jayanti 2022 : मुगलों के छक्के छुड़ाने वाले वीर योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) का जन्म 19 फरवरी 1630 में महाराष्ट्र के शिवनेरी दुर्ग में हुआ था। आज पुरे देश में शिवाजी जयंती (Shivaji Jayanti) मनाई जा रही है। सभी देशवासियों में शिवाजी जयंती को लेकर काफी उत्साह नजर आता है, साथ ही बड़े हर्ष, उल्लास से यह जयंती मनाते है। वहीं जानकारी के लिए बता दे छत्रपति शिवाजी महाराज पूरा नाम शिवाजी भोंसले था। हिन्दुस्तान में कई ऐसे महान राजा महाराजाओं ने जन्म लिया जिनकी शौर्य गाथाएं हम आज भी सुनते हैं तो गर्व से चौड़े हो जाते हैं।

ऐसे ही एक महाराज थे वो थे छत्रपति शिवाजी महाराज। उनकी विराट की गाथयें आज भी गयी जाती हैं। बहुत से लोग इन्हें हिन्दू हृदय सम्राट कहते हैं तो कुछ लोग इन्हें मराठा गौरव कहते हैं। जबकि वे भारतीय गणराज्य के महानायक थे। आइए इस खास मौके पर आज हम जानते हैं शिवाजी महाराज के कुछ अनमोल विचार। जिसे सुनकर हर कोई गर्व महसूस करेगा, साथ ही आप अपनों को भेज उन्हें शुभकामनाएं दे सकते हैं और ये विचार आपको हिम्मत देंगे बुरे से बुरे हालातों से लड़ने की।
Also Read – KVS Recruitment : देशभर के केंद्रीय विद्यालय में निकली बंपर नौकरी, ऐसे करें आवेदन

आपको बता दे, छत्रपति शिवजी महाराज को “फादर ऑफ़ इंडियन नेवी” भी कहा जाता है। उन्हें माउंटेन रैट भी कहकर पुकारा जाता था क्योंकि वह अपने क्षेत्र को बहुत अछि तरह से जानते थे और कहीं से कहीं निकल कर अचानक ही हमला कर देते थे। वहीं वह गायब भी हो जाया करते थे। इन्हे गोरखा युद्ध का जनक भी कहा जाता है। तो चलिए जानते है इन अनमोल विचारों को, जिसे सुनते ही सभी में हिम्मत बनी रहेगी।
- स्वतंत्रता वह वरदान है, जिसे पाने का अधिकारी हर किसी को है।
-छत्रपति शिवाजी महाराज - जब इरादे पक्के हों, तो पहाड़ भी एक मिट्टी का ढेर लगता है।
-छत्रपति शिवाजी महाराज - शत्रु को कमजोर समझना या बहुत अधिक बलवान समझना दोनों ही स्थिति घातक है।
– छत्रपति शिवाजी महाराज - एक छोटा कदम छोटे लक्ष्य पर,बाद मे विशाल लक्ष्य भी हासिल करा देता है।
-छत्रपति शिवाजी महाराज - नारी के सभी अधिकारों में, सबसे महान अधिकार माँ बनने का है।
-छत्रपति शिवाजी महाराज - शत्रु को कमजोर न समझो, तो अत्यधिक बलिष्ठ समझ कर डरो भी मत।
-छत्रपति शिवाजी महाराजAlso Read – SBI ने दी चेतावनी! अब PAN Card को Aadhar Card से लिंक करना होगा जरूरी