खाद्य पदार्थों में मिलावट बर्दाश्त नहीं : सांसद लालवानी

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By Akanksha JainPublished On: December 29, 2020

इंदौर : लाभमंडपम् सभागृह में आज जिला प्रशासन और एसोशिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज के संयुक्त तत्वावधान में विशाल प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण दुग्ध उत्पादों के संबंध में आयोजित किया गया। खाद्य सुरक्षा एवं उनके मापदण्डों के प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि दुग्ध उत्पादों में मिलावट बर्दास्त नहीं की जायेगी। केन्द्र और राज्य शासन के निर्देशानुसार मिलावट के विरूद्ध विशेष अभियान चलाया जा रहा है। दुग्ध व्यावसायियों को खाद्य सुरक्षा मापदण्डों पर खरा उतरना होगा। इंदौर दुग्ध व्यावसाइयों में 25 हजार से अधिक परिवार लगे हुये है। वे दिन-रात अपनी सेवाएं देते हैं। उनके इरादे नेक है। राज्य शासन की मंशा है कि किसी निर्दोष के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होना चाहिये।

इस अवसर पर अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर ने कहा कि दुग्ध व्यवसाय महत्पूर्ण और संवेदनशील व्यवसाय है। 99 प्रतिशत व्यापारी ईमानदारी से काम करना चाहते हैं। मिलावट से मुक्ति का अभियान जारी रहेगा। व्यावसायियों को गुणवत्ता की कसौटी पर खरा उतरना होगा। प्लास्टिक की पन्नी पर रोक लगाने से पूर्व उन्हें उपयुक्त विकल्प देना होगा। इस अवसर योगेश मेहता ने कहा कि दुग्ध व्यवसायी 12 महीने अपनी सेवाएँ देते हैं। यह कठिन व्यवसाय है। बड़े-बड़े दुग्ध उद्योग की तरह छोटे-छोटे व्यापारी पैकेजिंग कर मिलावट के आरोपों से बच सकते हैं। इसके अलावा प्लास्टिक की पन्नी की जगह भुट्टे के छिलके से बनी थैलियों का उपयोग दुग्ध व्यवसायी कर सकते हैं।

एसोशिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष प्रमोद डफरिया ने कहा कि दूध, दही के व्यापार में स्वच्छता जरूरी है। दूध हर घर की आवश्यकता है। दूध को संपूर्ण आहार कहा गया है। इस व्यवसाय से जुड़े लोग दिन-रात मेहनत करते हैं। इस अवसर पर इंदौर दुग्ध संघ के अध्यक्ष भारत मथुरावाला ने कहा कि दुग्ध व्यापारी दूध का व्यवसाय फैट के आधार पर करें। मिलावटी दूध हमेशा खतरे की संभावना रहती है। किसी भी निर्दोष व्यापारी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही नहीं होना चाहिये।

इस अवसर खाद्य सुरक्षा प्रशिक्षक रामनाथ सूर्यवंशी ने कहा कि खाद्य सुरक्षा अधिनियम के आने से व्यावसायियों का नियमन हुआ है। व्यापारीगण खाद्य सुरक्षा अधिनियम का गंभीरता से अध्ययन करें और उसके मापदण्ड़ों पर खरा उतरें। दूध, घी, मावा और पनीर के मामले में साफ-सफाई बहुत जरूरी है, जो कि बहुत कम देखने को मिलती है। दूध में वॉसिंग पावडर, चूना और यूरिया मिलाने से कैंसर होता है और कैंसर स्वास्थ्य के लिये जानलेवा है। इस अवसर पर कार्यक्रम में भोला बागोरा, योगेश मेहता, याशी श्रीवास्तव आदि मौजूद थे।