कम खर्च में धूमधाम से होगी शादी, UP में सिर्फ 11 हजार में मिलेगा मैरिज हॉल, जानिए क्या है सीएम योगी की नई पहल

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By Abhishek SinghPublished On: August 24, 2025

शादी-ब्याह और अन्य सामाजिक कार्यक्रमों में गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए अक्सर सबसे बड़ा सवाल यही होता है की कार्यक्रम कहाँ होगा और खर्च कितना आएगा? अब इस चिंता को कम करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने “मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना” के अंतर्गत कल्याण मंडपम् की एक अनूठी पहल शुरू की है। इस पहल से परिवार कम खर्च में भी अपने मांगलिक आयोजनों को धूमधाम से मनाने में सक्षम होंगे।


पारदर्शी और सहज बुकिंग सुविधा की शुरुआत

सरकार ने बुकिंग प्रक्रिया को सहज और पारदर्शी बनाने के लिए एक विशेष ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया है। अब लोग घर बैठे ही ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर आसानी से बुकिंग कर सकते हैं।

अब तक कितने मंडपम् हो चुके तैयार?

सरकार ने अब तक 66 कल्याण मंडपम् परियोजनाओं के लिए कुल 260 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। इनमें से 39 मंडपम् बनकर तैयार हो चुके हैं, जबकि 27 मंडपम् निर्माणाधीन हैं और इन्हें जल्द ही जनता के उपयोग के लिए समर्पित किया जाएगा।

शनिवार को गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मानबेला और राप्तीनगर विस्तार योजना के तहत बने दो कल्याण मंडपम् का लोकार्पण किया। मानबेला मंडपम् के निर्माण में सीएम योगी ने अपनी विधायक निधि से भी योगदान दिया।

कहाँ-कहाँ तैयार हो रहे हैं नए मंडपम्?

निर्माणाधीन मंडपम् की संख्या भी काफी है। आगरा, अलीगढ़, भदोही, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बिजनौर, बुलंदशहर, देवरिया, गोरखपुर (कैंपियरगंज), जौनपुर, लखीमपुर खीरी, मथुरा, प्रयागराज, रामपुर, सिद्धार्थनगर और वाराणसी सहित कई जिलों में ये परियोजनाएं तेजी से पूरी की जा रही हैं।

कहाँ-कहाँ बन चुके हैं कल्याण मंडपम्?

अब तक बने कल्याण मंडपम् अलीगढ़, अम्बेडकरनगर, अयोध्या, आज़मगढ़, बस्ती, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गोरखपुर, लखनऊ, महाराजगंज, मऊ, पीलीभीत, प्रतापगढ़, सोनभद्र, सुल्तानपुर, उन्नाव और कई अन्य जिलों में लोगों को सुविधाएँ प्रदान कर रहे हैं।

क्यों जरूरी थी गरीब परिवारों के लिए यह पहल?

आर्थिक तंगी के कारण कई बार परिवार अपने सामाजिक और पारिवारिक आयोजनों को बहुत सादगी में मनाने को मजबूर हो जाते हैं। कल्याण मंडपम् इस आर्थिक बोझ को कम करने का एक प्रयास है। अब कमजोर वर्ग के परिवार भी गरिमा और सम्मान के साथ अपने कार्यक्रम आसानी से आयोजित कर पाएंगे।