मिलावटखोरी पर यूपी सरकार के एक्शन पर भड़के अखिलेश, दूध टैंकर नष्ट करने की कार्रवाई पर कसा तंज

Saurabh Sharma
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आगामी त्यौहारों को देखते हुए मिलावटखोर एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं और जनता की सेहत से खिलवाड़ करते हुए ज्यादा मुनाफा कमाने की फिराक में हैं। ऐसे में उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम पूरी तरह सतर्क हो गई है और लगातार कार्रवाई कर रही है। हाल ही में टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दूध माफिया के एक टैंकर को पकड़ा और उसमें भरे 5,000 लीटर संदिग्ध दूध को मौके पर ही नष्ट कर दिया।

दूध के टैंकर को मौके पर रोका, नमूने जांच को भेजे

जानकारी के अनुसार, यह टैंकर मध्य प्रदेश के कैलारस से आ रहा था, जिसमें बिना थर्मोस्टेट और अपमिश्रण के साथ संदिग्ध दूध भरा था। खाद्य विभाग की टीम को इस पर शक हुआ और उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए टैंकर को थाना बसई अरेला क्षेत्र के गांव अरनौटा के पास रोका। मौके पर ही दूध को जांचा गया और गुणवत्ता में गड़बड़ी पाई गई। इसके बाद 5 हजार लीटर दूध को आगरा-बाह मार्ग के किनारे बहाकर नष्ट कर दिया गया।

1.25 लाख रुपये की कीमत वाला दूध किया गया बर्बाद

टीम ने इस दूध को जनस्वास्थ्य के लिए खतरनाक बताया और बिना किसी देर किए नष्ट करने का निर्णय लिया। बताया गया कि इस दूध की बाजार में कीमत लगभग 1 लाख 25 हजार रुपये थी। टैंकर के ड्राइवर से पूछताछ जारी है और संभावना है कि पूछताछ के आधार पर दूध सप्लाई करने वाली डेयरी और उसके मालिक पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दूध के नमूने लैब में भेजे गए हैं और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।

अखिलेश यादव ने सरकार पर कसा तंज

इस कार्रवाई के बाद यह मामला राजनीतिक रंग भी ले गया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “जिनकी सरकार ही मिलावटी है, वो क्या मिलावट का धंधा रोकेंगे? मिलावट का दूसरा नाम होता है मिलीभगत।” इस बयान के जरिए उन्होंने राज्य सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि मिलावट के खिलाफ कार्रवाई केवल दिखावा है।