उज्जैन को मिली बड़ी सौगात, एमपी में बनेगा नया एयरपोर्ट, 2028 के सिंहस्थ से पहले शुरू होगा संचालन

Author Picture
By Pinal PatidarPublished On: November 2, 2025

मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर राज्यवासियों के लिए खुशखबरी लेकर आई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश को एक नई उड़ान देने का ऐलान किया है अब उज्जैन में नया एयरपोर्ट बनाया जाएगा। भोपाल में आयोजित राज्य स्थापना दिवस समारोह में इस ऐतिहासिक परियोजना को लेकर बड़ी घोषणा की गई। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू (K. R. Naidu) की मौजूदगी में उज्जैन हवाई अड्डे के विकास अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए। कार्यक्रम के दौरान मध्यप्रदेश विमानन विभाग और एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के बीच समझौता ज्ञापन (MoU) साइन हुआ। इस परियोजना का लक्ष्य है कि वर्ष 2028 के सिंहस्थ महाकुंभ से पहले उज्जैन एयरपोर्ट को पूरी तरह संचालन योग्य बना दिया जाए।

धार्मिक नगरी उज्जैन को मिलेगी नई उड़ान, रोजगार और निवेश के अवसर बढ़ेंगे



मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि उज्जैन एयरपोर्ट का निर्माण सिर्फ एक इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि यह मालवा क्षेत्र के विकास की नई दिशा है। उन्होंने बताया कि यह एयरपोर्ट न केवल शहर की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाई देगा, बल्कि औद्योगिक और पर्यटन गतिविधियों को भी गति देगा। इस परियोजना से उज्जैन के साथ-साथ आसपास के जिलों में रोजगार के सैकड़ों अवसर खुलेंगे। साथ ही निवेश को भी प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा, “यह एयरपोर्ट महाकाल की नगरी को देश-दुनिया से जोड़ेगा और प्रदेश को नई उड़ान देगा।”

धार्मिक पर्यटन को मिलेगा नया विस्तार

मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन में एयरपोर्ट बनने से धार्मिक पर्यटन (Religious Tourism) को नई ऊंचाई मिलेगी। महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग, हरसिद्धि माता मंदिर और कालभैरव जैसे प्रसिद्ध तीर्थस्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं को अब यात्रा में सुविधा और समय की बचत दोनों मिलेंगी। उन्होंने बताया कि उज्जैन को हवाई नेटवर्क से जोड़ने के बाद मध्यप्रदेश के 9 प्रमुख शहरों को एयर कनेक्टिविटी मिल जाएगी। इससे राज्य के आर्थिक और धार्मिक दोनों क्षेत्रों को मजबूती मिलेगी और देश-विदेश से अधिक संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक उज्जैन पहुंच सकेंगे।

पिछले दो साल में चौथा नया एयरपोर्ट, उज्जैन से मजबूत होगा हवाई नेटवर्क

पिछले दो वर्षों में मध्यप्रदेश में रीवा, सतना और दतिया के एयरपोर्टों का निर्माण पूरा किया गया है। अब उज्जैन एयरपोर्ट के साथ राज्य को एक और बड़ी उपलब्धि मिलने जा रही है। इस परियोजना के साथ ही मध्यप्रदेश देश के उन चुनिंदा राज्यों में शामिल हो जाएगा, जहां लगभग हर संभाग में हवाई सुविधा उपलब्ध होगी। राज्य सरकार ने इस एयरपोर्ट को प्रदेश के हवाई ढांचे का अहम केंद्र बनाने का लक्ष्य रखा है।

241 एकड़ में बनेगा एयरपोर्ट, मिलेगी नाइट लैंडिंग सुविधा

नया एयरपोर्ट उज्जैन के पास स्थित दताना हवाई पट्टी को विकसित कर बनाया जाएगा। इसके लिए कुल 241 एकड़ अतिरिक्त भूमि की आवश्यकता होगी, जिसे राज्य सरकार नि:शुल्क उपलब्ध कराएगी। एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) द्वारा निर्माण कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा। प्रस्तावित एयरपोर्ट को इस तरह डिजाइन किया जाएगा कि यहां नाइट लैंडिंग और IFR कंडीशन (कम दृश्यता में उड़ान) दोनों सुविधाएं उपलब्ध हों। यह प्रदेश का नौवां एयरपोर्ट होगा। वर्तमान में मध्यप्रदेश में भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, खजुराहो, रीवा, सतना और शहडोल एयरपोर्ट संचालित हैं।

45 करोड़ की प्रारंभिक स्वीकृति, सैकड़ों लोगों को मिलेगा रोजगार

केंद्र सरकार ने उज्जैन एयरपोर्ट परियोजना के लिए 45 करोड़ रुपये की प्रारंभिक राशि स्वीकृत की है। एयरपोर्ट के संचालन शुरू होने के बाद उज्जैन सीधे देश और विदेश के कई प्रमुख शहरों से हवाई मार्ग से जुड़ जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, परियोजना के तहत 100 प्रत्यक्ष और 300 अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे। भविष्य में एयरपोर्ट के दूसरे चरण में विस्तार के लिए 450 एकड़ अतिरिक्त भूमि की आवश्यकता होगी, जिसकी योजना भी सरकार ने तैयार कर ली है।

एमओयू पर हुए हस्ताक्षर, रनवे होगा दोगुना लंबा

समारोह में मध्यप्रदेश सरकार की ओर से अतिरिक्त मुख्य सचिव संजयकुमार शुक्ला और AAI की ओर से अध्यक्ष विपिन कुमार (IAS) ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। योजना के पहले चरण में रनवे की लंबाई को 950 मीटर से बढ़ाकर 1800 मीटर किया जाएगा ताकि छोटे विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ की सुविधा सुनिश्चित हो सके। दूसरे चरण में रनवे और टर्मिनल दोनों का विस्तार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि सिंहस्थ 2028 से पहले उज्जैन एयरपोर्ट पूरी तरह तैयार होकर यात्रियों के लिए खुल जाए।

नई हवाई सेवाओं की घोषणाएं भी हुईं

कार्यक्रम में कई अन्य हवाई सेवाओं का भी शुभारंभ किया गया।
• रीवा से दिल्ली (Rewa–Delhi) के लिए Alliance Air,
• और रीवा से इंदौर (Rewa–Indore) के लिए IndiGo Airlines को अनुबंध सौंपे गए।

इसके अलावा प्रदेश में PM Shri हेलीकॉप्टर टूरिज्म सेवा के लिए भी एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। यह सेवा भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ओंकारेश्वर, मढ़ई, पचमढ़ी, जबलपुर, बांधवगढ़ और कान्हा जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों को जोड़ेगी। इन रूट्स पर 6-सीटर हेलीकॉप्टर सप्ताह में पांच दिन संचालित होंगे, जिससे हवाई पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

केंद्र सरकार ने सराहा मध्यप्रदेश का विकास मॉडल

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने कहा कि मध्यप्रदेश आज न सिर्फ संस्कृति और परंपरा का केंद्र है, बल्कि विकास और नवाचार का प्रतीक भी बन चुका है। उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव की पहल की सराहना करते हुए कहा कि राज्य अब हर क्षेत्र में प्रगति की नई मिसालें लिख रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि भोपाल और इंदौर के एयरपोर्ट्स देश के सबसे आधुनिक और तकनीकी रूप से सक्षम हवाई अड्डों में शामिल हैं।
• भोपाल का राजा भोज एयरपोर्ट “लो विजिबिलिटी प्रोसेस” की मंजूरी पाने वाला मध्य भारत का पहला एयरपोर्ट है।
• वहीं इंदौर का देवी अहिल्याबाई होल्कर एयरपोर्ट 24×7 संचालन और नाइट लैंडिंग सुविधा वाला अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट है।
नायडू ने कहा कि उज्जैन एयरपोर्ट भी इन्हीं मानकों पर तैयार किया जाएगा, ताकि आने वाले वर्षों में यह प्रदेश के विमानन नेटवर्क का नया चेहरा बन सके।