Tuar Mandi Bhav: तुअर (अरहर) दाल ने मंडियों में नया रिकॉर्ड बनाया है। तुअर के भाव में ₹150-200/क्विंटल की शानदार तेजी देखी गई, जिसने किसानों के चेहरों पर मुस्कान ला दी। बढ़ती मांग, कम उत्पादन, और बाजार की हलचल ने तुअर को मंडी का नया हीरो बना दिया। आइए, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार और महाराष्ट्र की 30 मंडियों के ताजा भाव और तुअर की कीमतों में आई तेजी के कारणों का विश्लेषण करें।
उत्तर प्रदेश: तुअर की चमकदार तेजी
उत्तर प्रदेश में औसत कीमत ₹7400/क्विंटल रही। लखनऊ में ₹7500, कानपुर में ₹7300, वाराणसी में ₹7600, आगरा में ₹7200, मेरठ में ₹7350, गोरखपुर में ₹7450, आजमगढ़ में ₹7100, अलीगढ़ में ₹7250, प्रयागराज में ₹7400, और बरेली में ₹7300 प्रति क्विंटल का भाव रहा। गोरखपुर में मांग ने तुअर को नई ऊंचाई दी।

मध्य प्रदेश: मंडियों में तुअर का जलवा
मध्य प्रदेश में औसत कीमत ₹7500/क्विंटल रही। इंदौर में ₹7600, भोपाल में ₹7400, ग्वालियर में ₹7550, जबलपुर में ₹7450, रीवा में ₹7300, सागर में ₹7600, रतलाम में ₹7350, नीमच में ₹7700, मंदसौर में ₹7250, और देवास में ₹7500 प्रति क्विंटल दर्ज हुआ। नीमच ने सबसे ऊंचा रेट छुआ।
राजस्थान: तुअर का दमदार दाम
राजस्थान में तुअर की औसत कीमत ₹7450/क्विंटल रही, जिसमें जयपुर में ₹7550, जोधपुर में ₹7300, उदयपुर में ₹7500, बीकानेर में ₹7400, कोटा में ₹7450, और अलवर में ₹7600 प्रति क्विंटल का रेट दर्ज हुआ। कोटा में बढ़ती मांग ने तुअर की कीमतों को और ऊंचा किया।
बिहार: तुअर की मजबूत रफ्तार
बिहार में औसत कीमत ₹7300/क्विंटल रही। पटना में ₹7400, गया में ₹7100, भागलपुर में ₹7350, मुजफ्फरपुर में ₹7300, दरभंगा में ₹7200, और पूर्णिया में ₹7250 प्रति क्विंटल का भाव रहा। भागलपुर में कम आवक ने दामों को उछाला।
महाराष्ट्र: तुअर का शानदार स्वाद
महाराष्ट्र में औसत कीमत ₹7600/क्विंटल रही। मुंबई में ₹7800, पुणे में ₹7500, नासिक में ₹7400, नागपुर में ₹7900, औरंगाबाद में ₹7450, और सोलापुर में ₹7350 प्रति क्विंटल दर्ज हुआ। औरंगाबाद में तुअर ने सबसे ऊंचा दाम हासिल किया।
तेजी की असल वजह
तुअर की कीमतों में उछाल कम उत्पादन, बारिश से फसल खराब होने और घरेलू मांग बढ़ने के कारण आया है। मंडियों में सीमित आपूर्ति के चलते भाव ₹7100-₹7900/क्विंटल तक चढ़ गए, जो किसानों के लिए लाभकारी है, लेकिन उपभोक्ताओं पर आर्थिक दबाव डाल रहा है।
आगे क्या होगा?
विशेषज्ञों का कहना है कि तुअर की मांग अगले कुछ हफ्तों तक बनी रह सकती है। अगर आपूर्ति में सुधार नहीं हुआ, तो दाम और चढ़ सकते हैं। सरकार तुअर के स्टॉक प्रबंधन पर प्रयास कर रही है, पर फिलहाल यह मंडियों में चर्चा का मुख्य विषय बना रहेगा। क्या कीमतें जल्द सामान्य होंगी? इस पर ध्यान देना होगा!