BJP के रंग में रंगने के बाद सिंधिया को याद आई राजमाता की जयंती

Author Picture
By Akanksha JainPublished On: October 11, 2021
jyotiraditya sindhiya

शिवपुरी। मध्यप्रदेश का शिवपुरी और ग्वालियर फिलहाल राजमाता विजयाराजे सिंधिया की जयंती के पोस्टर और बैनर से सजा हुआ है। शहर में हर गली और चौराहे पर राजमाता विजयाराजे सिंधिया के बैनर और पोस्टर लगे हुए है। इन पोस्टर और बैनर की ख़ास बात यह है कि, इन्हे ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों ने लगाया है। हालांकि आपको बता दें कि, इससे पहले ऐसा कभी नहीं देखा गया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया या उनके समर्थकों ने कैलाशवासी राजमाता विजयराजे सिंधिया की जन्म जयंती पर कोई भी पोस्टर या बैनर लगाया हो।

ALSO READ: 12 अक्टूबर को बदल जाएगी इन राशियों की किस्मत, होगा धन लाभ

बात सिर्फ यहाँ खत्म नहीं हुई बल्कि बताया जा रहा है कि खुद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी राजमाता की जन्म जयंती पर ग्वालियर में होने बाले कार्यक्रम में भी आ रहे हैं। गौरतलब है कि, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जब से बीजेपी का “कमल” थामा है तब से ही वह भाजपा के रंग में रंगे दिखाई दे रहे हैं। वहीं जब सिंधिया कांग्रेस में हुआ करते थे तब उन्हें कभी भी अपनी दादी राजमाता सिंधिया की याद नहीं आई और ना ही उनके किसी समर्थक ने राजमाता सिंधिया के पोस्ट बैनर किसी स्थान पर लगाए थे।

हालांकि इससे पहले देखा गया है कि, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कैलाशवासी माधवराव सिंधिया की जन्म जयंती मनाई, लेकिन भाजपा में आने के बाद वह राजमाता विजयाराजे सिंधिया की जन्म जयंती में भी रुचि लेते दिखाई दे रहे हैं। इसी कड़ी में अब अगर सिंधिया के भाजपा में आने से पहले की राजनीति पर नजर डाली जाए तो ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछले लंबे समय से अपनी दादी कैलाशवासी राजमाता विजयराजे सिंधिया की छतरी पर भी नहीं गए थे। बताया जाता है कि पिछले लंबे समय से जमीनी विवाद भी चले आ रहे हैं, जो कि आज भी यथावत बने हुई हैं।

गौरतलब है कि अब से पहले यानी कांग्रेस में रहते हुए सिंधिया ने कभी भी अपनी दादी को याद नही किया लेकिन अब स्वार्थों के चलते वह अपनी दादी की जयंती माना रहे हैं।