Noble Initiative Of Hospital: अगर पैदा होती है बेटी तो नहीं लेंगे फीस, MP के इस अस्पताल की अनोखी पहल

Meghraj Chouhan
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Noble Initiative Of Hospital: नवरात्रि का पर्व अपने रंग में चढ़ चुका है, और हर कोई माता की आराधना में व्यस्त है। इसी खुशी के माहौल में, मध्य प्रदेश के बुरहानपुर शहर का प्रिशियस लाइफ केयर अस्पताल एक अनोखी पहल के साथ सामने आया है। यहाँ नवरात्रि के नौ दिनों में बेटी के जन्म पर परिवार से कोई फीस नहीं ली जाएगी। यह कदम न केवल अस्पताल की मानवीय दृष्टिकोण को दर्शाता है, बल्कि यह “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” योजना के प्रति भी गहरा समर्पण है।

नवरात्रि में मुफ्त इलाज

इस विशेष पहल के तहत, अगर किसी भी बेटी का जन्म बुरहानपुर के इंदिरा कॉलोनी स्थित अस्पताल में होता है, तो उसका इलाज पूरी तरह से मुफ्त रहेगा। अस्पताल के डायरेक्टर ऋषि बंड ने पिछले चार वर्षों से इस कार्य को अंजाम दिया है। उन्होंने बताया कि इन वर्षों में 29 बेटियों का जन्म अस्पताल में हुआ, और हर बार परिवार से कोई शुल्क नहीं लिया गया—चाहे डिलीवरी सामान्य हो या ऑपरेशन से।

बेटियों का सम्मान

डायरेक्टर ऋषि बंड ने यह भी बताया कि जब मां अस्पताल से डिस्चार्ज होती हैं, तो उन्हें अस्पताल की ओर से एक खास गिफ्ट भी दिया जाता है। यह केवल एक तोहफा नहीं, बल्कि एक संदेश है कि बेटियां बोझ नहीं, बल्कि समाज की धरोहर हैं। बंड का मानना है कि इस युग में बेटियों का महत्व और बढ़ गया है।

प्रेरणा का स्रोत

ऋषि बंड ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान से प्रेरित होकर इस पहल की शुरुआत की। उन्होंने यह भी कहा कि “हमें सभी को बेटियों के अधिकार और उनकी शिक्षा के लिए मिलकर काम करना चाहिए।” उनका यह संदेश स्पष्ट है—बेटियों को बेटे के बराबर का दर्जा देना होगा, ताकि वे समाज में सम्मान और सुरक्षा के साथ जी सकें।

इस नवरात्रि, जब हम मातृशक्ति की आराधना कर रहे हैं, बुरहानपुर का यह अस्पताल सचमुच एक नज़ीर पेश कर रहा है। यह पहल न केवल बेटियों के जन्म को उत्सव के रूप में मनाने का मौका देती है, बल्कि यह समाज में एक सकारात्मक बदलाव की भी आशा जगाती है। वास्तव में, हर बेटी एक अनमोल तोहफा है, और हमें उन्हें प्यार, सम्मान और सुरक्षा देना चाहिए।